कश्मीर घाटी में आतंकियों को बड़ा झटका लगा है. सेना के शीर्ष सूत्रों का दावा है कि घाटी में अंसार गजवात उल हिंद आतंकी संगठन का सफाया हो गया है. इस आतंकी संगठन का मुखिया जाकिर मूसा था, जिसकी मौत के बाद अब्दुल हमीद ललहारी ने कमान संभाल ली थी.
सुरक्षाबलों ने मंगलवार को अब्दुल हमीद ललहारी को मार गिराया. उसके साथ एक और आतंकी को सुरक्षाबलों ने ढेर किया है , जिसकी पहचान नावेद हुसैन के रूप में हुई है.
आतंकवादी जाकिर मूसा के खात्मे के बाद आतंकी संगठन अंसार गजवत उल हिंद ने अपने नये चीफ का ऐलान किया था. जाकिर मूसा के बाद जम्मू-कश्मीर में खौफ फैलाने और दहशत फैलाने की जिम्मेदारी हामिद ललहारी नाम के आतंकी को दी गई थी.
हामिद ललहारी स्थानीय आतंकी है. हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े रहे कमांडर मूसा को 27 जुलाई 2017 को अंसार गजवत उल हिंद का चीफ बनाया गया था. अंसार गजवत उल हिंद कुख्यात आतंकी संगठन अल कायदा की भारत की शाखा का नाम है. इस संगठन का काम भारत में अल कायदा की गतिविधियां फैलाना है.
जाकिर मूसा 2003 में चंडीगढ़ में एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ता था. अचानक पढ़ाई छोड़कर वह लापता हो गया. कुछ हफ्ते बाद मूसा आतंकी बनकर कश्मीर लौटा और युवा कश्मीरी आतंकियों की नुमाइंदगी करता था. शुरुआत में उसने हिजबुल जॉइन किया, लेकिन विवाद के बाद उसने अंसार गजवात-उल-हिंद नाम का एक आतंकी संगठन बना लिया.
आतंक का नया पोस्टर ब्वॉय
जाकिर मूसा जम्मू-कश्मीर में बुरहान वानी के बाद आतंक का नया पोस्टर ब्वॉय था. जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां लंबे समय से उसे खोज रही थी. संयोग है कि जाकिर मूसा को पुलवामा के लगभग उसी इलाके में मार गिराया था जहां 2016 में आर्मी ने हिज्बुल के कमांडर बुरहान वानी को ढेर किया था.
हिज्बुल का कमांडर था जाकिर मूसा
आतंकी जाकिर मूसा 2017 से पहले हिज्बुल मुजाहिदीन के साथ ही जुड़ा था . लेकिन कुछ दिनों बाद उसने इस आतंकी संगठन से रिश्ता तोड़ अपना संगठन बना लिया और इसका नाम रखा अंसार गजवात उल हिंद. जाकिर मूसा खुद कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन का गुर्गा बताने लगा . 2017 में उसका एक वीडियो सामने आया था. इस वीडियो में वह अपने साथियों के साथ हथियार लिए हुए दिख रहा था.