कश्मीर के बडगाम इलाके में मुहर्रम का जुलूस निकालने की इजाजत दी गई है. दरअसल, जुलूस निकालने को लेकर आज सुबह सुरक्षाबलों के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प हुई थी. इसके बाद सुरक्षा बलों ने मुहर्रम का जुलूस निकालने की इजाजत दी. हालांकि, इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. आतंकी अलर्ट के कारण मुहर्रम जुलूस निकालने की मनाही थी.
बताया जा रहा है कि कश्मीर में मुहर्रम पर आज आतंकी हिंसा की फिराक में है. इस अलर्ट के बाद कश्मीर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. आतंकी हमले के मद्देनजर इस साल श्रीनगर की सड़कों पर जुलूस और ताजिया निकालने की इजाजत नहीं है. एहतियातन इमामबाड़ा में ताजिया निकालने को कहा गया है.
दरअसल, अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कश्मीर घाटी में 37 दिन बीत गए हैं और अब तक घाटी में सन्नाटा पसरा हुआ है. मुहर्रम के मौके पर भी कश्मीर में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. सुरक्षाबलों को अतिरिक्त तैनाती के आदेश जारी किए गए हैं. ताजिया के जुलूस के दौरान आतंकी लोगों पर हमला कर सकते हैं, इससे बचने के लिए इंटेलिजेंस को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है.
पुलिस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि घाटी के ज्यादातर इलाकों में शांति का माहौल है. इसी बीच, सुरक्षाबलों पर लोगों के खिलाफ ताकत इस्तेमाल करने के आरोप लगाए जा रहे हैं. एक महिला रिपोर्टर ने सुरक्षाबलों पर आरोप लगाया था कि रविवार को जब वह अपने काम पर जा रही थी तो उसे प्रताड़ित किया गया. एक फोटो जर्नलिस्ट को भी पैलेट गन के छर्रे लगे हैं, जब वह मुहर्रम के जुलूस को कवर करने जा रहा था.