जम्मू एवं कश्मीर में तबाही मचाने वाली बाढ़ के बारे में राज्य के बाढ़ नियंत्रण विभाग ने चार वर्ष पहले ही चेतावनी दी थी. यह जानकारी बुधवार को एक मीडिया रिपोर्ट में दी गई है.
अंग्रेजी दैनिक ग्रेटर कश्मीर के मुताबिक, बाढ़ नियंत्रण विभाग ने 2010 में अपनी रिपोर्ट में चेताया था कि अगले पांच वर्षों में राज्य में भारी बाढ़ आने की आशंका है. यह रिपोर्ट केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय को बाढ़ से निपटने के लिए अधोसंरचना विकसित करने के लिए 2200 करोड़ रुपये की परियोजना रिपोर्ट के साथ भेजी गई थी.
रिपोर्ट में आकलन किया गया था कि श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग बह सकता है जिससे घाटी देश के शेष हिस्सों से कट जाएगी. इसमें कहा गया था कि हवाईअड्डे तक जाने वाला इंदिरा गांधी मार्ग भी डूब सकता है जिससे घाटी हवाई मार्ग से भी कट जाएगी.