कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के कश्मीर पर कथित बयान को लेकर विवाद हो गया है. पाकिस्तान ने राहुल गांधी के बयान को हथियार बनाकर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को चिट्ठी लिखी है. पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी की ओर से लिखे गए पत्र में दावा किया गया कि 'अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर में लोगों की मौत का जिक्र किया था.'
बता दें कि रविवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर कहा, 'जम्मू-कश्मीर के लोगों की स्वतंत्रता और नागरिक आजादी पर अंकुश लगाए हुए 20 दिन हो गए हैं. विपक्ष और मीडिया को तब जम्मू-कश्मीर के लोगों पर किए जा रहे कठोर बल प्रयोग और प्रशासनिक क्रूरता का अहसास हुआ, जब उन्होंने शनिवार को श्रीनगर का दौरा करने की कोशिश की.' पाकिस्तानी अखबार डॉन ने राहुल गांधी के इस ट्वीट और बयान को प्रमुखता से प्रकाशित किया. बाद में वहां के नेताओं ने भी इसे प्रमुखता से लिया और लोगों के बीच बढ़ाचढ़ा कर पेश किया. वहां की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने यहां तक कह डाला कि राहुल गांधी ने कश्मीर में लोगों की मौत का जिक्र किया है.
It's been 20 days since the people of Jammu & Kashmir had their freedom & civil liberties curtailed. Leaders of the Opposition & the Press got a taste of the draconian administration & brute force unleashed on the people of J&K when we tried to visit Srinagar yesterday. pic.twitter.com/PLwakJM5W5
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 25, 2019
पाकिस्तानी मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने कहा, 'भारत के मुख्यधारा के राजनेताओं जैसे कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने स्वीकार किया था कि जम्मू-कश्मीर में लोग मर रहे हैं. वहां (कश्मीर) बहुत गलत हो रहा है.' शिरीन मजारी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बयान का भी जिक्र किया, जिसमें खट्टर ने कश्मीरी लड़कियों से शादी करने से जुड़ा बयान दिया था. राहुल गांधी के बयान को लेकर पाकिस्तान के इस दावे को कांग्रेस खारिज कर चुकी है.
अभी हाल में शिरीन मजारी ने टि्वटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार की तरफदारी करने का आरोप लगाया था. टि्वटर ने कश्मीर मामले में फर्जी खबरें फैलाने को लेकर पाकिस्तान के करीब 200 अकाउंट्स को सस्पेंड कर दिया था. इस मामले में ट्विटर के नोटिस के मेल का स्क्रीनशाट पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने सोशल मीडिया पर साझा किया. उन्होंने इसके साथ लिखा, "टि्वटर प्रबंधन खराब मोदी सरकार का प्रवक्ता बनने में बहुत आगे निकल गया. उन्होंने हमारे राष्ट्रपति को नोटिस भेजा है! बेहद अरुचिकर और पूरी तरह से हास्यास्पद."