कश्मीर में पश्चिम बंगाल के मजदूरों की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जांच की मांग की है. ममता ने कहा कि मैं स्थानीय और प्रवासी लोगों में कोई भेद नहीं करना चाहती हूं, क्योंकि सभी ह्यूमन हैं. सभी राज्य में दूसरे राज्य के लोग रहते हैं. बंगाल के मजदूरों पर हमला पूरे प्लानिंग के साथ किया गया है. वह वापस आने वाले थे, लेकिन तभी उनका अपहरण कर लिया गया और हत्या कर दी गई.
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर का पूरा प्रशासन केंद्र सरकार के अधीन आता है. सभी सतर्कता के बावजूद ऐसे हादसे कैसे हुए. उस दिन यूरोपियन यूनियन के डेलिगेशन भी आया था . हम अचंभित हैं. इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. यह भारत है, यहां कोई भी किसी भी प्रदेश में रह सकता है. हत्या के पीछे कोई प्लान था.
कांग्रेस ने की सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल भेजने की मांग
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों द्वारा मारे गए 5 मजदूरों के परिवारों से कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को मुलाकात की थी. इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद देने की अपील भी की. उन्होंने कहा था कि कश्मीर की स्थिति का जायजा लेने के लिए वहां एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने के मेरे सुझाव पर भी विचार करें.
क्या है मामला?
बता दें कि जम्मू और कश्मीर के कुलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने 5 मजदूरों की हत्या कर दी थी. सभी 5 मजदूर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले थे. मारे गए मजदूरों के नाम कमालुद्दीन, मुरसालिम, रोफिक, नोमुद्दीन और रफीकुल है. मंगलवार को हुए हमले में एक मजदूर गंभीर रूप से घायल भी हो गया था.
आतंकी हमले के बाद से ही घाटी में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेश चलाया है. लागातार आतंकियों की धर पकड़ की कोशिश की जा रही है.
मास्टर माइंड ढेर
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में पांच मजदूरों की हत्या की वारदात को पाकिस्तानी परस्त खूंखार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन ने मिलकर अंजाम दिया था. इन मजदूरों की हत्या के मास्टरमाइंड की पहचान एजाज मलिक के रूप में हुई. हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी एजाज मलिक ने इस हत्याकांड की साजिश रची थी. हालांकि कुलगाम में मजदूरों की हत्या से पहले सुरक्षा बलों ने एजाज मलिक को ढेर कर दिया था.