पिछले साल हिज्बुल आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से कश्मीर वादी सुलग रही है. उसके बाद से उरी के सेना कैंप पर हमला सबसे बड़ी आतंकी वारदात थी. लेकिन आतंकियों और सेना के बीच तकरीबन रोज संघर्ष हो रहा है. एक नजर इस साल हुए बड़े आतंकी हमलों पर:
9 जनवरी: जम्मू के अखनूर में जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स के कैंप पर हमला, 3 मजदूर मारे गए.
13 जनवरी: बीएसएफ ने सांबा सैक्टर में घुसपैठ की बड़ी कोशिश को नाकाम किया. 1 आतंकी मारा गया, तकरीबन 5 आतंकी पाकिस्तान वापस भागे.
17 जनवरी: अनंतनाग में विशेष सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ 3 आतंकी मारे गए.
4 फरवरी: सेना और पुलिस ने सोपोर में बड़े आतंकी हमले को नाकाम किया. 2 आतंकी मारे गए.
12 फरवरी: कुलगाम में हुई मुठभेड़ में 4 आतंकी मारे गए, 2 नागरिक और सैनिक भी शहीद. मुठभेड़ के दौरान स्थानीय लोगों से हुई झड़पों में 24 लोग घायल.
14 फरवरी : उत्तरी कश्मीर में 2 बड़े एनकाउंटर, 4 आतंकी मारे गए, 4 सैनिक भी शहीद, मरने वाले आतंकियों में लश्कर के 2 बड़े कमांडर शामिल.
23 फरवरी: शोपियां जिले में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला बोला, मुठभेड़ में 3 जवान शहीद, 1 महिला नागरिक की मौत.
4 मार्च: शोपियां में 12 आतंकियों की टीम ने एक पुलिसवाले के घर में की तोड़फोड़.
13 मार्च: पुलवामा में आतंकियों ने एक पूर्व सरपंच को मौत के घाट उतारा.
15 मार्च: कुपवाड़ा जिले में मुठभेड़, 3 लश्कर आतंकी ढेर, 1 नाबालिग लड़की ने भी गंवाई जान.
23 मार्च: आतंकियों ने शोपियां में विधायक यूसुफ भट्ट के घर और वाहन पर धावा बोला. कोई हताहत नहीं.
26 मार्च: पुलवामा के अवंतिपुरा में मुठभेड़ के दौरान हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी मारे गए.
2 अप्रैल: श्रीनगर के नौहट्टा में ग्रेनेड हमला, 1 पुलिसकर्मी शहीद, 14 अन्य लोग घायल.
3 अप्रैल: श्रीनगर के करीब पंथा चौक पर सीआरपीएफ के काफिले पर हमला, 1 जवान शहीद, 5 घायल.
9 अप्रैल: लोकसभा उप-चुनाव में हिंसा के दौरान 8 लोग मारे गए, करीब 200 घायल.