scorecardresearch
 

लीड 'एक्‍टर' केजरीवाल, सोनिया-मोदी लापता!

पूर्वी दिल्‍ली के छोटे से इलाके सुंदर नगरी से अनशन कर रहे अरविंद केजरीवाल को लेकर पूरे विश्‍व में हलचल सी है. दुनिया की 100 सबसे प्रभावशाली व्‍यक्तियों की सूची में अरविंद केजरीवाल फिलहाल दूसरे नंबर पर हैं.

Advertisement
X
अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल

Advertisement

पूर्वी दिल्‍ली के छोटे से इलाके सुंदर नगरी से अनशन कर रहे अरविंद केजरीवाल को लेकर पूरे विश्‍व में हलचल सी है. दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली व्‍यक्तियों की सूची में अरविंद केजरीवाल फिलहाल दूसरे नंबर पर हैं.

दुनिया की जानी मानी पत्रिका 'टाइम' अपने एक सर्वे में लोगों से पूछ रही है कि कौन दुनिया का सबसे प्रभावशाली व्‍यक्ति है. इस सूची में भारत के अरविंद केजरीवाल दूसरे नंबर पर चल रहे हैं. केजरीवाल की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्‍हें अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा से 5 गुणा ज्‍यादा वोट मिले हैं. वहीं दिल्‍ली में उनके अनशन के नौवें दिन केजरीवाल को अब तक 6.38 लाख लोगों का समर्थन मिल चुका है. दिल्‍ली में लोग हस्‍ताक्षर कर अपना समर्थन दिखा रहे हैं.

भारत के लिहाज से यह लिस्‍ट और भी बड़ी हो जाती है जब इसमें सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी तक को शामिल नहीं किया गया है. इस लिस्‍ट में भारत से केजरीवाल अकेले व्‍यक्ति हैं.

Advertisement

इस लिस्‍ट में मिश्र के राष्‍ट्रपति मोहम्‍मद मोरसी सबसे ऊपर चल रहे हैं. यह ऑनलाइन पोल 12 अप्रैल को बंद होगा.

इस साल होने वाले दिल्‍ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल चुनाव लड़ेंगे. भ्रष्‍टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने वाले केजरीवाल ने कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा से लेकर बीजेपी के तत्‍कालीन अध्‍यक्ष नीतिन गडकरी और रिलायंस चेयरमैन मुकेश अंबानी तक के खिलाफ भ्रष्‍टाचार के संगीन आरोप लगाए हैं. दिल्‍ली को अपनी कर्मभूमि बनाने वाले केजरीवाल ने बिजली और पानी बिल को लेकर हल्‍ला बोला. दिल्‍ली सरकार पर कंपनियों से गठजोड़ कर महंगी बिजली देने का आरोप लगाया है.

भ्रष्‍टाचार के खिलाफ समाजसेवी अन्‍ना हजारे के साथ आंदोलन शुरू करने वाले अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी नाम के एक राजनीतिक दल बनाया है. पहले केजरीवाल टीम अन्‍ना के बैनर तले एक गैर-राजनीतिक आंदोलन चला रहे थे, जिसके मुखिया अन्‍ना हजारे थे. इस सिविल सोसायटी का मुख्‍य एजेंडा था देश में लोकपाल कानून बनवाना लेकिन कई विवादों में घिरने के बाद अन्‍ना ने अपनी टीम ही समाप्‍त कर दी थी.

Advertisement
Advertisement