आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि दिल्ली विधानसभा भंग किए जाने से पहले बीजेपी प्रदेश में सरकार बनाने के कुछ और प्रयास करेगी.
केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी AAP के कई विधायकों से संपर्क कर रही है. लेकिन उन्होंने कहा कि कोई भी AAP विधायक उनकी ओर (बीजेपी की ओर) नहीं जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के लोग पितृपक्ष के कारण अभी चुप हैं. इसे बीत जाने दीजिए और बीजेपी फिर अपनी कोशिश शुरू कर देगी.’ पितृपक्ष को अशुभ समय माना जाता है.
उन्होंने कहा ‘हमारे सूत्रों के अनुसार, यह (BJP) पितृपक्ष समाप्त होने के बाद सरकार बनाने के लिए 25 सितंबर को एक कोशिश करेगी. महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने के बाद 15 अक्टूबर से 20 अक्टूबर के बीच वह एक और कोशिश करेंगे.’ महाराष्ट्र और हरियाणा में 15 अक्तूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं.
केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि AAP विधायकों को अपनी ओर खींचने के लिए बीजेपी उन्हें 4 से 5 करोड़ रुपये देने की पेशकश कर रही है.
केजरीवाल ने हरियाणा की सीमा से लगने वाले पंडवाला कलां गांव में एक रैली में कहा, ‘हमारे कई विधायक गरीब हैं और कुछ तो पुनर्वास कॉलोनियों तक में रहते हैं. बीजेपी के लोग उन्हें पाला बदलने के लिए 4 से 5 करोड़ रुपये की पेशकश कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोशिश नाकाम रहेगी.’ यह रैली दिल्ली में ग्रामीण मतदाताओं तक पहुंचने की AAP की एक कोशिश थी.
AAP नेता ने कहा, ‘दिल्ली के मुद्दे कोई दूसरी पार्टी हल नहीं कर सकती जिस तरह AAP ने किया, न तो कांग्रेस और न ही बीजेपी.’ उन्होंने कहा, ‘इन ग्रामीण स्थानों को बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, कॉलेजों और परिवहन सेवाओं की जरूरत है.’ केजरीवाल ने बीजेपी पर दिल्ली में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के हाथों में खेलने का आरोप भी लगाया.
बहरहाल, उन्होंने कहा कि उन्हें दिल्ली में 49 दिन सत्ता में रहने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के फैसले पर पछतावा है और उन्होंने इससे सबक सीखा है.
उन्होंने कहा कि अगर अगली बार AAP सत्ता में आती है, तो वह दिल्ली पर पूरा ध्यान केंद्रित करेंगे तथा पूरे पांच साल तक सरकार चलाएंगे. उन्होंने कहा, ‘भारत के इतिहास में किसी ने भी उस तरह काम नहीं किया, जिस तरह हमने 49 दिन में किया है. हमने बिजली, पानी की दरें घटाईं और भ्रष्टाचार कम किया.'
उन्होंने कहा, ‘अगर हम फिर सत्ता में आए, तो दिल्ली में पूरे पांच साल रहेंगे, यहां तक कि दस साल शासन करेंगे.’