दिल्ली पुलिस के खिलाफ धरना दे रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद
केजरीवाल पर विरोधियों ने हमले तेज कर दिए हैं. अब विरोधी तो विरोधी उनके
अपने पार्टी के विधायक भी उन पर बरस पड़े हैं. पेश हैं कुछ बयान, जो
केजरीवाल पर सुबह से बरस रहे हैं.
लोगों का तो ख्याल रखें
लोकजनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान का कहना है, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है. जैसे मच्छर को मारने के लिए तोप का इस्तेमाल किया जाए, वैसे ही पुलिसवालों के निलंबन के लिए मुख्यमंत्री धरने पर बैठे हैं. उनके धरने में बैठने से लोगों को परेशानी हो रही हैं. दिल्ली की पुलिस ज्यादा जिम्मेदारी से काम करती है. इस मुद्दे को लेकर आंदोलन करना उचित नही हैं'.
लोकतंत्र और देश का अपमान है यह
बीजेपी के प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'केजरीवाल ने 26 जनवरी के समारोह पर जो कुछ कहा, वह लोकतंत्र और देश के सैनिकों का अपमान है. केजरीवाल माओवादियों जैसा बर्ताव कर रहे हैं. पहले केजरीवाल ने कहा कि सिर्फ उनकी सरकार धरने पर बैठेगी. अब लाखों लोगों को धरने से जुड़ने का आह्वान कर रहे हैं. ऐसा करने में कांग्रेस उनकी मदद करेगी. कांग्रेस बीजेपी से खुद को बचाने के लिए AAP का सहारा ले रही है. 2012 में अन्ना हजारे के आंदोलन में केजरीवाल ने कहा था कि अब धरने से काम नहीं चलेगा, सरकार बनानी होगी. जबकि अब जब वो सरकार बना चुके हैं तो बोल रहे हैं कि धरना करना जरूरी है.
न खाता न बही, जो केजरीवाल कहे वो सही
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा, केजरीवाल कभी लॉ एंड ऑर्डर के बारे में नहीं सोचते हैं. मुझे उनकी भाषा से कोई आश्चर्य नहीं हुआ. मैं बस इतना जानना चाहता हूं कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन के समय जो पैसा इकट्ठा हुआ था, वह कहां है. न खाता न बही, जो केजरीवाल कहे वही सही.
जिम्मेदारी से भाग रहे हैं सरकार
सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी के मुताबिक, 'हम नहीं चाहते हैं कि दिल्ली की जनता एक और चुनाव झेले. केजरीवाल की भाषा आजकल अमर्यादित और असंसदीय हो गई है. केजरीवाल को जनता को बताना चाहिए कि उनका भारत के गणराज्य होने पर विश्वास है या नहीं. दिल्ली की जनता ने उन्हें सरकार चलाने का मौका दिया है, लेकिन वह धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. केजरीवाल ने जनता से बड़े बड़े वादे कर लिए, लेकिन जब उन्हें लगा कि वादे पूरे नहीं हो पायेंगे तो वह जिम्मेदारी से भाग रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस जनता ने उन्हें सिर माथे बिठाया है, वही उन्हें मजा चखाने से नहीं चूकेगी.
जुट गए हैं नाकामी छिपाने में
AAP विधायक विनोद कुमार बिन्नी का कहना है, 'दिल्ली सरकार आचार संहिता लागू होने का इंतजार कर रही है और अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए उन्होंने अब धरना देना शुरू कर दिया है.'
तालिबानी बनने की खाई है कसम
कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली ने कहा, 'अरिवंद केजरीवाल और उनकी टीम ने तालिबानी बनने की कसम खाई है. केजरीवाल की पूरी टीम तालिबानियों जैसा व्यवहार करने में जुट गई है. उन्हें यह नही पता कि उनकी इस हरकत से जनता को कितनी परेशानी हो रही है'.