केरल में निकाय चुनाव के लिए शनिवार को हो रही मतगणना के अब तक के रुझानों में BJP भी इस बार बेहतर प्रदर्शन करती दिख रही है. हालांकि वाम मोर्चा पहले नंबर पर है, पर बीजेपी ने तिरुवनंतपुरम नगर निगम में अपनी पकड़ बनाकर कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (UDF) को तीसरे नंबर पर धकेल दिया है.
बीजेपी को मिला खुश होने का मौका
इस निकाय चुनाव में बीजेपी को खुश होने की एक वजह मिल गई है, क्योंकि वह 34 सीटें जीतकर कांग्रेस को तीसरे स्थान पर धकेलते हुए तिरुवंनतपुरम नगर निगम में दूसरे स्थान पर आ गई है. कांग्रेस को महज 21 सीटें मिली हैं. लेफ्ट ने अब तक 42 सीटें जीती हैं. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वी. मुरलीधरन ने कहा, 'छोटे स्तर पर ही सही, मगर बीजेपी का ऐसा प्रदर्शन अद्भुत घटना है.'
LDF की स्थिति सबसे बेहतर
दोपहर तक के रुझान के अनुसार, वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) 507 ग्राम पंचायतों में आगे है. UDF 379, जबकि BJP 16 और अन्य 15 में आगे चल रहे हैं. राज्य में 941 ग्राम पंचायतें हैं.
नगर निकाय चुनाव के रुझान
नगरपालिका स्तर की मतगणना के रुझानों से स्पष्ट है कि LDF 44 और UDF 31 और BJP सिर्फ एक नगरपालिका में आगे है.
वहीं सात नगर निगमों में LDF ने दो और UDF ने एक नगर निगम में जीत दर्ज कराई है, जबकि तीन नगर निगमों में त्रिशंकु है. 2010 के निकाय चुनावों में UDF ने 65 फीसदी सीटें जीती थीं.
'लोगों ने सरकार को दिया करारा जवाब'
वाम मोर्चा के स्टार प्रचारक व विपक्ष के नेता वीएस अच्युतानंदन ने कहा कि उनके मोर्चे की जीत मुख्यमंत्री ओमन चांडी के 'मुंह पर एक तमाचा है.' अच्युतानंदन ने कहा, 'लोगों ने इस सरकार के भ्रष्ट तरीकों को करारा जवाब दिया है. चांडी ने जनविरोधी नीतियां अपनाईं और साथ ही अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण की राजनीति खेली. सिर्फ वाम ही तानाशाही ताकतों को सिर उठाने से रोक सकता है और इसलिए लोगों ने हमें वोट दिया.'
वाम मोर्चा की धमाकेदार वापसी
सुदूर दक्षिणी राज्य में यह वाम मोर्चा की धमाकेदार वापसी है. वर्ष 2010 के निकाय चुनावों में वाम मोर्चा को 5 में से 3 नगर निगमों में जीत मिली थी. वहीं नगरपालिका, जिला पंचायत, ब्लॉक पंचायत और ग्राम पंचायत स्तर पर कांग्रेस के नेतृत्व वाली UDF ने जीत हासिल की थी.
इस बार केरल निकाय चुनाव के तहत 86 नगर पालिकाओं और छह नगर निगमों के अलावा 941 गांवों, 152 ब्लॉकों और 14 जिला पंचायतों की 21,871 सीटों पर चुनाव हुआ है.
'जनता ने दिया चेतावनी संकेत'
उधर, केरल के गृहमंत्री रमेश चेन्नीथला ने कहा कि यह लोगों की ओर से हमें दिया गया एक चेतावनी संकेत है. चेन्नीथला ने कहा, '2006 के विधानसभा चुनाव में वाम मोर्चा को मिली जीत के बाद से हम राज्य में प्रत्येक चुनाव जीतते आ रहे हैं, इसलिए हमें हार के वजह की बहुत ज्यादा पड़ताल करनी होगी.'
इनपुट: IANS