केरल में सियासी हिंसा ने एक बार फिर सिर उठाया है. गुरुवार की रात को कोझीकोड के नदापुरम इलाके में आरएसएस के दफ्तर पर देसी बम से हमला हुआ. हमले में बीजेपी के 4 कार्यकर्ता घायल हुए हैं. अब तक हमले का मकसद और हमलावरों का पता नहीं चल पाया है. घायलों की शिनाख्त बाबू, विनीश, सुधीर और सुनील के तौर पर हुई है. उन्हें इलाज के लिए कोझीकोड के मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है. हमले के कुछ घंटे बाद आरएसएस के इस दफ्तर से करीब 3 किलोमीटर दूर सीपीएम के ऑफिस को कुछ अज्ञात लोगों ने आग के हवाले कर दिया.
हिंसा की निंदा
दक्षिणपंथी धड़ों में हमले की आलोचना हो रही है. आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा ने आरोप लगाया है कि केरल के मुख्यमंत्री सीपीएम की हिंसा को शह दे रहे हैं. उन्होंने मांग की है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय इस मामले में राज्य सरकार को एडवायजरी जारी करे.
वहीं, आरएसएस से जुड़े लेखक विराग पाचपोर ने भी केंद्र के दखल की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि सीपीएम की सरकार बनने के बाद आरएसएस के खिलाफ हिंसक वारदातें बढ़ी हैं.
आरएसएस नेता का विवादित बयान
आरएसएस दफ्तर पर हमला संगठन के सह-प्रचार प्रमुख कुंदन चंद्रावत के विवादित बयान के कुछ घंटे बाद हुआ. चंद्रावत ने केरल के सीएम का सिर कलम करने वाले को 1 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया था. हालांकि आरएसएस ने खुद को इस बयान से अलग कर लिया था. इससे पहले भी 26 जनवरी की रात राज्य में आरएसएस के 2 दफ्तर पर बम फेंके गए थे. ये दोनों बम आरएसएस के नारूवामूडू और मट्टनऊर के इलाके में बने दफ्तरों पर फेंके गए थे.