केरल के एर्नाकुलम जिले में 30 वर्षीय दलित महिला से कथित बलात्कार और उसकी निर्भया की तरह बेरहमी से हत्या के मामले में दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. इस घटना पर पूरे केरल में आक्रोश फैल गया है. मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने तय किया है कि वे बुधवार को महिला के परिवार से मिलने पेरूम्बवूर जाएंगे.
पूरे केरल में आक्रोश की लहर
पुलिस ने बताया कि 28 अप्रैल को एर्नाकुलम जिले के पेरूम्बवूर में गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली लॉ की इस स्टूडेंट से उसके ही घर में बलात्कार किया गया और उस पर धारदार हथियार से नृशंस वार करके हत्या कर दी गई. इस घटना के विरोध में मंगलवार को छात्रों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया.
पीड़िता के शव पर 20 जख्म
इस मामले को लेकर 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इससे राजनीति तेज हो गयी है. एर्नाकुलम रेंज के पुलिस महानिरीक्षक महीपाल यादव ने बताया कि गला घोंटने और गला दबाने के संकेत हैं. उसके गले, छाती और कई अन्य अंगों पर 13 जख्म हैं. कुछ रिपोर्ट में उसके शरीर पर करीब 20 जख्म होने की बात कही गई है.
केरल का निर्भया कांड, छात्रा की अंतड़ियां तक बाहर निकालीं
इस वारदात को ‘केरल का निर्भया’ कांड कहा जा रहा है. इस छात्रा की अंतड़ियां तक बाहर निकली हुई थीं. मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने इस अपराध को स्तब्ध कर देने वाला बताया और कहा कि अपराधियों पर मामला दर्ज किया जाएगा. पुलिस के अनुसार दो लोग हिरासत में लिए गए हैं और यादव की अगुवाई में एक पुलिस टीम उनसे पूछताछ कर रही है. हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये दोनों ही असली गुनाहगार हैं या नहीं. यादव ने कहा, ‘हमारी जानकारी और हमारी जांच के मुताबिक आरोपी एक ही व्यक्ति है. कुछ लोगों ने एक व्यक्ति को (इस महिला के) घर से निकलते देखा.’
मानवाधिकार आयोग ने लिया स्वत: संज्ञान
केरल राज्य अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग ने इस घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया और पुलिस से 28 मई तक जांच की प्रगति रिपोर्ट सौंपने को कहा. केरल मानवाधिकार आयोग ने इस वारदात की
जांच अपराध शाखा को सौंपने का आदेश दिया. मीडिया रिपोर्ट के आधार पर मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति जे बी कोशी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को इस संदर्भ
में निर्देश जारी किया.