केरल के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने इडुक्की और वायनाड जिलों मे भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. केरल सीएमओ की ओर से कहा गया है कि पथानामथिट्टा, इडुक्की और वायनाड जिलों में 25 सितंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
Yellow alert for Pathanamthitta, Idukki & Wayanad districts for 25th. In addition, yellow alert has been issued for Palakkad, Idukki, Thrissur and Wayanad districts for 26th. Met Centre has predicted heavy rainfall (64.4mm to 124.4mm) in these districts.
— CMO Kerala (@CMOKerala) September 23, 2018
पल्लकड़, इडुक्की, त्रिशूर और वायनाड जिले में 26 सितंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने इन जिलों में भारी बारिश (64.4mm-124.4mm) का अनुमान जताया है.
The State Disaster Management Authority has instructed district authorities to be on alert and directed them to take necessary precautions.
— CMO Kerala (@CMOKerala) September 23, 2018
केरल अभी बाढ़ की मार से उबर भी नहीं पाया था कि भारी बारिश की चेतावनी ने खतरा और बढ़ने की आशंका पैदा कर दी है. केरल में 29 मई को आई पहली बाढ़ के बाद से लोगों की मौत का सिलसिला जारी है. बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित अलप्पुझा, एर्नाकुलम और त्रिशूर में लोगों की जिंदगी पूरी तरह पटरी पर लौटी नहीं है. बाढ़ उतरने के बाद महामारी फैलने का खतरा है. हजारों घर, 40 हजार एकड़ से अधिक खेती की जमीन बर्बाद हो चुकी है. करीब 16000 किमी. सड़क, 134 पुल बाढ़ के कारण तबाह हो चुके हैं.
केरल की बाढ़ से 45,000 हेक्टेयर कृषि भूमि पर धान, केला, मसाले और अन्य फसलें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. राज्य सरकार से इस बारे में केंद्र से कोष के लिए एक विस्तृत प्रस्ताव देने को कहा गया है ताकि किसानों को राहत दी जा सके.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राज्य में करीब 45,000 हेक्टेयर में कृषि फसल खराब हो गई हैं. फसलों से ज्यादा राज्य में मकानों और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है.
20000 हेक्टेयर में धान की फसल नष्ट हुई है. गन्ने की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है, 2,000 हेक्टेयर में इलायची जैसे मसालों की फसल प्रभावित हुई है.