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BJP की सबरीमाला बचाव रथयात्रा आज से, ईसाई-मुस्लिम समुदायों के घरों पर भी देंगे दस्तक

केरल में बीजेपी गुरुवार से 'सबरीमाला बचाओ' रथयात्रा शुरू कर रही है.इस यात्रा के जरिए सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री को लेकर दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ लोग संघर्ष कर रहे हैं.

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केरल बीजेपी महिला मोर्चा की कार्यकर्ता (फोटो-twitter)
केरल बीजेपी महिला मोर्चा की कार्यकर्ता (फोटो-twitter)

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केरल में सबरीमाला मंदिर के रीति रिवाजों और परंपरा की रक्षा के लिए बीजेपी सड़क पर उतर रही है. बीजेपी गुरुवार से 'सबरीमाला बचाओ' रथ यात्रा शुरू कर रही है. कासरगोड से शुरू होकर 6 दिनों तक चलने वाली ये रथयात्रा 13 नवंबर को सबरीमाला मंदिर के नजदीक एरुमेलि में खत्म होगी.

बीजेपी की 'सबरीमाला बचाओ' रथयात्रा को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा फ्लैग दिखाकर रवाना कर सकते हैं. दक्षिणी कन्नड़ के सांसद नलिन कुमार कैटिल भी रथयात्रा के आगाज के दौरान उपस्थित रहेंगे.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई 'सबरीमाला बचाओ' रथयात्रा का नेतृत्व करेंगे. इसके अलावा भारत धर्म जनसेना अध्यक्ष टी. वेल्लापल्ली शामिल होंगे, जो प्रमुख पिछड़े हिंदू इझावा समुदाय के नेता  वेल्लपल्ली नातेसन के पुत्र होंगे.

बीजेपी की रथयात्रा कासरगोड जिले के मधुर मंदिर से रवाना होगी. इस यात्रा में पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं के शामिल होने की संभावना है. 'सबरीमाला बचाओ' रथयात्रा का मार्ग ऐसा बनाया गया है, जिसके रास्ते में 12 ईसाई समुदाय के संस्थान और 12 इस्लामी केंद्र पड़ेंगे. पार्टी नेता ईसाई बिशप के घरों और इस्लामी केंद्र का दौरा करने की योजना बनाई है.

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गौरतलब है कि मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया जा रहा है. सबरीमाला मंदिर की पुरानी परंपरा है कि 10 से 50 वर्ष की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है.

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