बिहार सरकार ने खगड़िया जिले के अमौसी भरेन गांव में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा भूमि विवाद को लेकर 16 लोगों की गोली मारकर हत्या के मामले में सख्त प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक इंद्रानंद मिश्र और अनुमंडलीय पुलिस अधिकारी अजय पांडेय को निलंबित कर दिया.
मुख्यमंत्री ने मामले का गंभीरता से लिया
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक नीलमणि ने कहा कि खगड़िया नरसंहार कांड को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंभीरतापूर्वक लेते हुए इस मामले में कर्तव्यहीनता और घटनास्थल पर विलंब से पहुंचने के आरोप में पुलिस अधीक्षक इंद्रानंद मिश्र और अनुमंडल पुलिस अधिकारी अजय पांडेय को शनिवार देर रात्रि निलंबित कर दिया. उन्होंने बताया कि मिश्र की जगह औरंगाबाद के सहायक पुलिस अधीक्षक अंसुईया रणसिंह को खगड़िया का पुलिस अधीक्षक और पांडेय की जगह नालंदा के अनुमंडलीय पुलिस अधिकारी को पदस्थापित किया गया है.
मुख्य साजिशकर्ता सहित 15 गिरफ्तार
नीलमणि ने बताया कि नरसंहार के मुख्य साजिशकर्ता ओ पी महतो सहित 15 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि दस अन्य को पुलिस हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है. उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में 37 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिक दर्ज करायी गयी थी. नीलमणि ने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक एस के भारद्वाज और भागलपुर के पुलिस महानिरीक्षक ए आर किन्नी घटनास्थल पर डेरा डाले हुए हैं और विशेष कार्य बल बिहार सैन्य बल और सैफ द्वारा आज तीसरे दिन भी इस मामले के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है.