माओवादियों द्वारा अपहृत छत्तीसगढ़ के कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल और उनके बेटे दिनेश पटेल के गोलियोंसे छलनी शव रविवार को बस्तर की जिराम घाटी से मिले. इनके अलावा आठ अन्य शव भी मिले हैं.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इन शवों के बरामद होने के साथ ही कांग्रेस नेताओं के काफिले पर शनिवार हुए भीषण माओवादी हमले में मरने वालों की संख्या 27 हो गई है. पुलिस महानिदशेक रामनिवास ने आज बताया कि हमले में 32 लोग घायल हुए हैं.
सूत्रों ने बताया कि नंद कुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल और आठ अन्य के शव बस्तर मंडल की जिराम घाटी से बरामद हुए हैं. पटेल और उनके बेटे के शवों के अतिरिक्त मिले आठ शवों में से अधिकतर सुरक्षाकर्मियों के शव हैं. माओवादियों ने कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमले के बाद पटेल और उनके बेटे दिनेश को अगवा कर लिया था.
अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में भारी बारिश के कारण तलाशी अभियान में दिक्कत आ रही है. छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में घने जंगलों में शनिवार को भारी हथियारों से लैस माओवादियों द्वारा कांग्रेस नेताओं के काफिले पर किए गए हमले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा की मौत हो गई थी और पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्या चरण शुक्ल घायल हो गए थे.
देर रात यहां पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी इस तरह के हमलों से नहीं डरेगी और आगे बढ़ना जारी रखेगी. उन्होंने कहा, ‘यह कांग्रेस पर हमला नहीं है. यह लोकतंत्र पर हमला है. लेकिन हम इस तरह के हमले से नहीं डरेंगे और साहस के साथ आगे बढ़ना जारी रखेंगे.’ राहुल अस्पताल में विद्या चरण शुक्ल और अन्य घायलों से भी मिले. उन्होंने कहा, ‘‘मैं अस्पताल में वीसी शुक्ला और अन्य घायल नेताओं से मिला.’
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजेश बिस्सा ने कहा, ‘नंद कुमार और उनके बेटे के शव मिल गए हैं. यदि राज्य सरकार ने परिवर्तन यात्रा के दौरान सुरक्षा का ध्यान रखा होता तो यह घटना नहीं होती. हम सब दुखी हैं.’ शनिवार को हमले के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की थी और राहत एवं बचाव कार्य में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था.