योगगुरु बाबा रामदेव के लिए एक और मुसीबत खड़ी हो गई है. उनके भाई के खिलाफ अपहरण समेत कई संगीन अपराधों में मुकदमा दर्ज किया गया है.
दरअसल सोमवार को पुलिस ने हरिद्वार स्थित पतंजलि फेस 2 पर छापा मारकर नितिन त्यागी नाम के युवक को जख्मी हालत में छुड़ाया. आरोप है कि उसे यहां अगवा करके रखा गया था. पुलिस ने मौके से चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. मामले का मुख्य आरोपी बताया जा रहा रामदेव का भाई राम भरत फरार हो गया है.
बताया जाता है कि नितिन त्यागी ने रामदेव के यहां से काम छोड़कर कहीं और काम शुरू कर दिया था. यह बात रामभरत को इतनी नागवार गुजरी कि उसने सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ मिलकर उसे अगवा करवा लिया और पतंजलि योगपीठ में बंधक बनाकर मारपीट की. युवक के परिजनों ने जब मुख्यमंत्री से गुहार लगाई तो पुलिस हरकत में आई और छापा मारकर युवक को छुड़ा लिया.
पीड़ित का आरोप है कि राम भरत के इशारे पर ही सब कुछ हुआ है. रामभरत की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है. पीड़ित नितिन त्यागी ने बताया, 'करीब 6:30 बजे की बात है. मैं काम पर जा रहा था, उधर से रामभरत जॉगिंग करते आ रहे थे. उन्होंने मुझे देखा तो मेरे पास आ गए. मैंने पैर छुए. उन्होंने फोन करके अपने कमांडो बुला लिए और फेस-2 में ले जाकर मारपीट की.'
लेकिन रामदेव के प्रवक्ता इसे चोरी का मामला बता रहे हैं. रामदेव के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा, 'यह चोरी का मामला है. उसने 25-30 लाख रुपये की चोरी की. दोबारा चोरी की कोशिश करते पकड़ा गया. हमने पुलिस से संपर्क किया तो थानेदारों ने ऊपर के दबाव के चलते, जिनके यहां चोरी हुई उन्हीं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.'