सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने कहा है कि भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का हिस्सा रहने के बाद पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी का बीजेपी में शामिल होना उनकी भूल थी. उन्होंने बताया, 'मैं मानता हूं कि बीजेपी में शामिल होना उनकी भूल थी, क्योंकि हम सभी जानते हैं कि बीजेपी भी भ्रष्ट पार्टी है. ऐसा व्यक्ति जो भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का हिस्सा रहा हो, उसके लिए उस पार्टी, जो भ्रष्ट के रूप में जानी जाती है, में शामिल होना कोई अच्छी बात नहीं है.'
जब उनसे पूछा गया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की भारी जीत उनके लिए आश्चर्यजनक बात थी, पार्टी के संस्थापकों में एक ने कहा, 'हां, हम खुद भी पार्टी की भारी जीत से अचंभित थे. इससे दो बातें सामने आईं. पहला, वर्तमान बीजेपी सरकार के खिलाफ नाराजगी थी और दूसरा, लोगों को आम आदमी पार्टी से उम्मीदें हैं. इस वजह से आम आदमी पार्टी को यह भारी जीत मिली. '
जब उनसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा अपने पास कोई भी विभाग नहीं रखने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'यह बिल्कुल ठीक है.
यह उन पर निर्भर करता है. हो सकता है कि वह मंत्रालयों पर नजर रखना चाह रहे हों.' कॉरपोरेट जासूसी मामले पर उन्होंने कहा कि यह एक खुला सच है कि ऐसी चीजें पहले से हो
रही हैं. देखना यह है कि ताकतवर और प्रभावशाली लोगों के खिलाफ गंभीर कार्रवाई होगी या नहीं.
इनुपट भाषा से