टीम अन्ना की प्रमुख सदस्य किरण बेदी ने अपने ही एक साथी प्रख्यात अधिवक्ता प्रशांत भूषण के कश्मीर में जनमत संग्रह कराये जाने के विवादास्पद बयान से खुद को अलग कर लिया और कहा कि यह उनके निजी विचार हैं.
तीन दिन के लिये एम्सर्टडम गईं किरण बेदी ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर इस संबंध में पूछे गये एक सवाल के जवाब में कहा, ‘यह भूषण जी के निजी विचार हैं. मैं जम्मू-कश्मीर में सुशासन और जनता के उससे बेहतर जुड़ाव के हक में हूं.’
किरण बेदी से सवाल किया गया था कि क्या वह जम्मू-कश्मीर पर भूषण के बयान का समर्थन करती हैं? गौरतलब है कि भूषण ने पिछले सप्ताह वाराणसी में कहा था कि कश्मीर में जनमत संग्रह होना चाहिये. प्रशांत भूषण के इस बयान पर बुधवार को एक कथित दक्षिणपंथी संगठन से जुड़े दो युवकों ने उनसे मारपीट की.
यह घटना उच्चतम न्यायालय में उनके चैम्बर में हुई. माना जा रहा है कि इन युवकों ने जम्मू-कश्मीर में जनमत संग्रह कराने की भूषण की टिप्पणी के विरोध में उन पर यह हमला किया. गांधीवादी अन्ना हजारे ने जम्मू कश्मीर पर भूषण के रुख के बारे में पूछे जाने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था.