दिल्ली पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी के बोल काफी तीखे हो गए हैं. बेदी ने आजतक के हल्ला बोल कार्यक्रम के दौरान कहा कि केजरीवाल डेमोक्रेसी से हटकर धरने पर बैठ गए है. सीएम धरने पर नहीं बैठते, कानून हाथ में नहीं लेते, सीएम दूसरों की बेइज्जती नहीं करते, पर ये सब कुछ कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पुलिस का अपमान, गणतंत्र दिवस की निंदा...ये सब अरविंद केजरीवाल ने किया. सुशील कुमार शिंदे को उन्होंने कहा, सीएम मैं हूं-मैं तय करूंगा, कहां धरने पर बैठना है. अब केजरीवाल 'मैं' पर आ गए हैं. उन्होंने रामलीला मैदान पर कसम खाने के बाद भी कानून तोड़ा, सोमनाथ को बचाने के लिए इतना बड़ा हंगामा किया.
किरण ने कहा कि उन्हें वोट देने वाले लोग भी हैरान है, जिन्होंने इन्हें वोट दिया वह भी सोच रहे हैं कि केजरीवाल को हो क्या गया है. लोग अपनी गलती मान रहे हैं और सभी दफ्तरों में हवा है कि इन्हें दिया जाने वाला चंदा वापस लिया जाए. उन्होंने खुद को अराजक कहा और बार-बार कहा, अब लोग उन्हें अराजक, राक्षस, नक्सली बोल रहे हैं तो सबको आपत्ति हो रही है.
इससे पहले मंगलवार को बेदी ने कहा था कि केजरीवाल सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए. किरण ने ट्विटर पर लिखा था कि अराजक और इसे बढ़ावा देने वाली निर्वाचित सरकार को बिना किसी देरी के राष्ट्रपति द्वारा बर्खास्त कर देना चाहिए. बेदी ने केजरीवाल के जनता दरबार की भी काफी आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि यह सड़कों पर या छतों पर आयोजित नहीं होती है.