जम्मू-कश्मीर में गठबंधन सरकार गिरने पर बीजेपी को घेरने वाले राहुल गांधी के बयान पर अब किरन रिजिजू ने पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने न सिर्फ राहुल गांधी, बल्कि उनके परिवार और पार्टी तक को लपेटे में ले लिया.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने सभी रियासतों का हल किया, लेकिन नेहरू ने कश्मीर का चार्ज लिया और उसे और जटिल बना दिया. रिजिजू ने कश्मीर में परेशानी को नेहरू की देन बताते हुए कहा कि वहां हजारों लोगों की हत्या कर दी गई, कश्मीरी पंडितों को काट डाला गया, जबकि एक लाख 60 हजार से ज्यादा बेघर हो गए. रिजिजू ने कहा कि इन सबके लिए आपकी पार्टी और परिवार जिम्मेदार हैं और आप बीजेपी पर अंगुली उठा रहे हैं.
इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि बीजेपी-पीडीपी के अवसरवादी गठबंधन ने जम्मू-कश्मीर को आग में झोंक दिया है. राहुल ने कहा कि राज्य में हमारे बहादुर सैनिकों के अलावा कई लोगों की जान गई. राहुल ने कहा कि यूपीए शासन के दौरान की गई बरसों की मेहनत पर पानी फेर दिया गया है. राज्यपाल शासन के जरिए इस नुकसान को जारी रखा जा रहा है. राहुल ने कहा कि अक्षमता, अहंकार और घृणा हमेशा विफल होते हैं.
गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती सरकार गिरने के बाद बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्य में राज्यपाल शासन को मंजूरी दे दी है. भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को राज्य सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था, जिसके बाद महबूबा मुफ्ती ने अपना इस्तीफा राज्यपाल एनएन वोहरा को सौंप दिया था.Sardar Patel ji solved all other regions. Nehru ji took charge of Kashmir & created more trouble. Thousands of people were killed, Kashmiri Pandits were slaughtered while more than 1,60,000 were forced out. Your family & party ruined Kashmir & you are accusing BJP? https://t.co/ifKykB6uiA
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) June 20, 2018
महबूबा मुफ्ती के इस्तीफे के बाद उमर अब्दुल्ला ने भी राज्यपाल से मुलाकात की थी. जम्मू-कश्मीर में नई सरकार बनने की कोई स्थिति दिखाई नहीं दे रही थी. इसी के साथ राज्यपाल ने राष्ट्रपति को राज्यपाल शासन लगाने की सिफारिश भेजी थी. आपको बता दें कि मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर बीजेपी नेताओं के साथ बैठक की थी, जिसके बाद बीजेपी ने अपना समर्थन वापस लेने का ऐलान किया था.
इस्तीफा देकर बोलीं महबूबा, हमारा एजेंडा पूरा
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में डर की नीति नहीं चलेगी. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां अलग-अलग विचारधारा को मानती हैं, लेकिन फिर भी सत्ता के लिए नहीं बल्कि बड़े विजन को साथ लेकर हमने BJP के साथ गठबंधन किया था.
महबूबा ने कहा कि सरकार के जरिये वह कश्मीर में अपना एजेंडा लागू करवाने में सफल रही हैं. महबूबा का कहना है कि कश्मीर के लोगों से बातचीत होनी चाहिए, पाकिस्तान से बातचीत होनी चाहिए, ये उनकी हमेशा से कोशिश रही है.