गृहमंत्री राजनाथ सिंह सार्क देशों के गृह मंत्रियों के सम्मेलन में हिस्सा लेने पाकिस्तान जाने वाले हैं. लेकिन इस यात्रा से पहले ही पाकिस्तानी में आतंकियों के पेट में दर्द शुरू हो गया है. जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद और सैयद सलाउद्दीन ने अपने मुल्क के सरकार के मांग की है कि राजनाथ सिंह को पाकिस्तान नहीं आने दिया जाए. इसे पाकिस्तान का मामला बताते हुए गृह राज्य मंत्री किरण रिजूजू ने 'आज तक' से कहा कि नवाज सरकार को दोनों आतंकियों पर कार्रवाई करनी चाहिए.
सवाल- हाफिज सईद और सैयद सलाउद्दीन ने कहा है कि राजनाथ सिंह और उनके डेलिगेशन को रोकना चाहिए. पाकिस्तान नहीं आने देना चाहिए?
रिजिजू- देखिए, सार्क देशों का होम मिनिस्टर्स का कॉन्फ्रेंस है. जो सिक्योरिटी का मसला है वह पाकिस्तान की सॉवरन ड्यूटी है. उनको यह निभाना पड़ेगा. पाकिस्तान में सिक्योरिटी के मामले को लेकर हमको बयानबाजी करने का जरूरत नहीं है.
सवाल- जो दो मिलिटेंट और आतंकी संगठन के प्रमुख हैं, उन्होंने इस विजिट का विरोध किया है?
रिजिजू- उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. पाकिस्तान कार्रवाई करे उनके खिलाफ. यह अंतरराष्ट्रीय मामला है. हमारे गृह मंत्री पाकिस्तान में कोई द्विपक्षीय बातचीत के लिए जा रहे हैं. यह मल्टी लेटर टॉक है. यह कॉन्फ्रेंस है, जिसके लिए वह जा रहे हैं. पाकिस्तान में जो सिक्योरिटी का मामला है वह पाकिस्तान देखे.
सवाल- बुलंदशहर में जो हुआ है, कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं. आप इसे किस ढंग से देखते हैं?
रिजिजू- आज उठा था मामला राज्यसभा में बुलंदशहर का. स्टेट गवर्मेंट को देखना है, जरूरत पड़ी तो हम भी रिपोर्ट मंगवा कर देखेंगे.
सवाल- जाकिर नाइक के मामले को लेकर एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है कि इंटेलिजेंस एजेंसी को, इसमें 50 लोगों के बारे में कहा गया है कि वह जाकिर से प्रभावित हुए थे. इसमें इस्लामिक स्टेट के आतंकी भी हैं?
रिजिजू- वह रिपोर्ट आने दीजिए, उसके बाद मैं कुछ बता पाऊंगा.