माओवादियों ने केंद्र सरकार के कुछ फैसलों के विरोध में 18 मई से पांच राज्यों में 48 घंटे के बंद का आह्वान किया है.
शीर्ष माओवादी नेता किशनजी ने किसी अज्ञात स्थान से फोन पर बताया ‘‘माओवादी सार्वजनिक क्षेत्र के 10 लाभकारी उपक्रमों में सरकार के 10 फीसदी शेयर बेचे जाने के केंद्र के फैसले के खिलाफ 18 और 19 मई को 48 घंटे का बंद रखेंगे.’’ बंद के दायरे में बिहार पश्चिम बंगाल झारखंड उड़ीसा और छत्तीसगढ़ होंगे.
मार्च में लालगढ़ के नजदीक हतीलोठ वनों में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में घायल हो जाने की खबरों के बाद चुप्पी तोड़ते हुए किशनजी ने कहा कि वह ‘‘पूरी तरह ठीक है.’’ उसने कहा ‘‘मैं पूरी तरह ठीक हूं और अब मैं पहले की तरह आपसे बात कर रहा हूं.’’
किशनजी ने कहा कि भाकपा :माओवादी: उड़ीसा में स्टील विनिर्माता पास्को को 15 हजार एकड़ जमीन दिए जाने के खिलाफ है. उसने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें स्थिर रखने के लिए तेल कंपनियों को रियायत दिए जाने का पक्ष लिया.
माओवादी नेता ने आईपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट को खत्म किए जाने जैसी अन्य मांगें भी कीं. उसने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय मंत्रियों पी चिदंबरम, प्रफुल पटेल और शरद पवार पर ट्वेंटी-20 से संबंधित ‘घोटाले’ में शामिल होने का आरोप लगाया.
किशनजी ने कहा ‘‘सरकार को इन आरोपियों और दूरसंचार स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.’’ उसने कहा कि भाकपा माओवादी ‘‘मार्गन स्टैनले सिटीबैंक और ड्यूट्स जैसे अंतरराष्ट्रीय बैंकों के प्रवेश के पक्ष में’’ सरकारी स्वामित्व वाले बैंकों में सरकारी हिस्सेदारी कम किए जाने के खिलाफ है.
किशनजी द्वारा बंद का आह्वान ऐसे समय आया है जब कल पश्चिम बंगाल के जंगलमहल क्षेत्र में नक्सलियों ने माकपा के चार समर्थकों और एक पार्टी कार्यकर्ता की हत्या कर दी.