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शारदा चिटफंड घोटाला, जिसके चलते CBI से टकराई ममता की पुलिस

कोलकाता में शारदा चिटफंड मामले को लेकर सीबीआई और कोलकाता पुलिस आमने सामने हैं. आइए जानते हैं आखिर क्या है पूरा मामला और क्यों सीबीआई राजीव कुमार के घर जाना चाहती थी...

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पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार
पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार

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कोलकाता में शारदा चिटफंड मामले को लेकर सीबीआई और कोलकाता पुलिस आमने सामने हैं. जहां कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ करने गई सीबीआई टीम को वापस लौटा दिया गया तो दूसरी ओर कोलकाता पुलिस ने सीबीआई ऑफिस को अपने कब्जे में ले लिया है. साथ ही पुलिस ने सीबीआई के पांच अधिकारियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. यह मामला उस वक्त बढ़ गया जब सीबीआई की टीम पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंची. जानते हैं आखिर क्या है पूरा मामला और कमिश्नर राजीव कुमार का इस केस से क्या संबंध है...    

क्या है शारदा घोटाला:

शारदा चिटफंड घोटाला पश्चिम बंगाल के एक बड़ा आर्थिक घोटाला है, जिसमें कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का हाथ होने का आरोप है. दरअसल पश्चिम बंगाल की चिटफंड कंपनी शारदा ग्रुप ने आम लोगों के ठगने के लिए कई लुभावन ऑफर दिए थे. इस कंपनी की ओर से 34 गुना रकम करने का वादा किया गया था और लोगों से पैसे ठग लिए.

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बताया जाता है कि इस घोटाले में करीब 40 हजार करोड़ रुपये का हेर-फेर हुआ है. साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने भी सीबीआई को जांच का आदेश दिया था. साथ ही पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम पुलिस को आदेश दिया था कि वे सीबीआई के साथ जांच में सहयोग करें.

इस कंपनी की स्थापना जुलाई 2008 में की गई थी. हालांकि देखते ही देखते ये कंपनी हजारों करोड़ की मालिक बन गई. आरोप लगाया जाता है कि इस कंपनी के मालिक सुदिप्तो सेन ने 'सियासी प्रतिष्ठा और ताक़त' हासिल करने के लिए मीडिया में खूब पैसे लगाए और हर पार्टी के नेताओं से जान पहचान बढ़ाई.

राजीव कुमार का क्या है रोल?

बता दें कि शारदा चिटफंड घोटाले में कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार सीबीआई जांच के घेरे में हैं. दरअसल राजीव कुमार ने ही चिटफंड घोटालों की जांच करने वाली एसआईटी टीम की अगुवाई की थी. साथ ही कहा गया था कि इस जांच के दौरान घोटाला हुआ था. इस कमेटी की स्थापना साल 2013 में की गई थी. सूत्रों के मुताबिक घोटाले की जांच से जुड़ी कुछ अहम फाइल और दस्तावेज गायब हैं. वहीं सीबीआई गुम फाइलों और दस्तावेजों को लेकर पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करना चाहती है. साथ ही सीबीआई ने पुलिस कमिश्नर को फरार बताया था.

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चिंदबरम की पत्नी के खिलाफ भी आरोप पत्र

बता दें कि हाल ही में सीबीआई ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दावा किया है कि चिट फंड घोटाले में घिरे शारदा ग्रुप की कंपनियों से उन्हें 1.4 करोड़ रुपये मिले.

ममता ने सीबीआई की एंट्री पर लगाया बैन

दरअसल पश्चिम बंगाल में सीबीआई की एंट्री पर बैन है, इसलिए सीबीआई प्रदेश में बिना इजाजत के कार्रवाई नहीं कर सकती है.

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