महीने का पहला दिन मतलब सैलरी वाला दिन, सैलरी अकाउंट में तो आएगी, लेकिन इस बार कैश निकालने में आपकी मर्ज़ी नहीं चलेगी. नोटबंदी के बाद सरकार ने बैंक से कैश निकालने की सीमा तय की हुई है, ऐसे में सैलरी को कैसे खर्च करेंगे, इस बात को लेकर लोग पसोपेश में हैं. क्या करें-क्या न करें की उलझन में लोग फाइनेंशियल एक्सपर्ट के पास पहुंच रहे हैं, क्योंकि लोगों को डर है कि हर महीने की तरह इस बार उनका खर्चा बिना कैश के कैसे चलेगा. रोजमर्रा की जरूरतें कैसे पूरी होंगी.
इन्हीं सवालों को लेकर जब हमने चार्टर्ड अकाउंटेंट और फाइनेंशियल एक्सपर्ट अतुल माहेश्वरी से बात की. अतुल माहेश्वरी के मुताबिक सैलरी पाने वालों को नए नियमों से न तो डरने की
जरूरत है और न ही घबराने की. हां, कैश की दिक्कत इस दौरान हो सकती है, तो उसके लिए छोटी छोटी बातें हैं, अगर उन पर अमल किया जाए, तो कैश के संकट से भी निपटा जा सकता
है. सैलरी की प्लानिंग सही ढंग से हो, तो कैश की ज़रूरत कम से कम पड़ेगी। साथ ही कैश को खर्च करने में भी कुछ बातों का ध्यान रखने की ज़रूरत है.
अतुल माहेश्वरी ने सैलरी पाने वालों को जो टिप्स दिए है, उसके मुताबिक-
1. सैलरी अकाउंट या चेक से मिलेगी, इसलिए आपको कोशिश ये करनी चाहिए कि ज़्यादा से ज़्यादा पेमेंट्स ऑनलाइन करें.
2. आजकल प्लास्टिक मनी खूब इस्तेमाल होती है, ज़्यादातर जगहों पर सुविधा है तो जहां भी सुविधा हो वहां डेबिट या क्रेडिट कार्ड्स का इस्तेमाल करें.
3. दूध, सब्ज़ी या दूसरी चीजों के लिए भी पिछले कुछ दिनों से मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल चलन में आया है, जहां सुविधा है वहां कैश के बजाये इन्हीं का इस्तेमाल करें. इसे मोबाइल पर डाउनलोड करना आसान है.
4. जो लोग रेंट पर रहते हैं उन्हें अब कैश के बजाये चेक या ऑनलाइन पेमंट ही अपने लैंड लार्ड को करना चाहिए, इससे उन्हें अपने हाउस रेंट अलाउंस यानि एचआरए में भी फायदा मिलेगा.
5. सैलरी वाले लोगों को इनकम नोटिस या स्क्रूटनी का कोई डर नहीं है, उनका टैक्स पहले ही डिडक्ट हो जाता है. भयभीत या घबराने की ज़रूरत नहीं है. इसलिए खूब ऑनलाइन, चेक, मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल करें.
6. अकाउंट के अलावा एटीएम से भी पैसा निकल सकते हैं, लाइन में समय बर्बाद न करें.