पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मंगलवार को माझेरहाट फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिरने के कारण हादसे में मरने वालों की संख्या 2 हो गई. घटनास्थल से बुधवार को एक और शख्स का शव बरामद हुआ.
हादसे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने तय कार्यक्रम में बदलाव करते हुए घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा कि आज एक और शव बरामद किया गया है. हम हर तरह से हादसे की जांच कर रहे हैं, हमारे लिए कोई भी एंगल छोटा या बड़ा नहीं है. हमनें इससे संबंधित कल एक आपात बैठक बुलाई है.
पुल ठीक करने को जारी हो टेंडरOne more body was recovered today. We are probing this incident from all the angles, no angle is less or more important for us. We are holding emergency meeting tomorrow to chart future course: West Bengal CM Mamata Banerjee on #MajerhatBridgeCollapse pic.twitter.com/PaJfEMjs48
— ANI (@ANI) September 5, 2018
उन्होंने कहा कि पैसा या नौकरी के जरिए किसी के जीवन की क्षतिपूर्ति नहीं की जा सकती, लेकिन हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख की मदद देने का ऐलान किया गया है. 2 लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है. बंगाल में ऐसे ही कई और पुल हैं जिनका रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है और सभी जरुरी कदम उठाए जाएंगे.
राज्य सरकार ने पीडब्ल्यूडी को नोटिस जारी कर निर्देश दिया कि माझेरहाट फ्लाईओवर को ठीक कराने के लिए तुरंत टेंडर जारी किए जाएं. सूत्र बताते हैं कि सरकार ने पुलों के रखरखाव के लिए 2.81 करोड़ पहले ही आवंटित कर दिया था.
मंगलवार शाम दक्षिण कोलकाता के माझेरहाट फ्लाईओवर का एक हिस्सा टूट गया जिसमें कई लोग दब गए. हादसे में कल एक की मौत हो गई थी. जबकि 3 महिलाओं समेत 21 अन्य लोग घायल हो गए. कई वाहन भी नीचे दब गए. आज राज्य सरकार की ओर से कहा गया कि अभी स्थिति काबू में है, लेकिन दो लोग लापता हैं.
टूटा पुल का एक हिस्सा
राजधानी कोलकाता में भीड़भाड़ वाले अलीपुर इलाके में 50 साल पुराना यह पुल व्यस्त समय के दौरान कल शाम करीब पौने पांच बजे ढह गया और रेल लाइन पर गिरा. यह पुल माझेरहाट रेलवे स्टेशन के ऊपर से गुजरता है और सिटी सेंटर को घने आबादी वाले क्षेत्र बेहाला, अन्य दक्षिणी उपनगरीय क्षेत्रों और समीप के दक्षिण 24 परगना जिले से जोड़ता है.
पुलिस के मुताबिक, पहले मृतक की पहचान सौमेन बाग के रूप में हुई है. वह ठाकुरपुकुड़ का रहने वाला था, वह कुछ किताबें खरीदने के बाद कॉलेज स्ट्रीट से घर लौट रहा था. इसी दौरान यह दुर्घटना हुई. घायलों को एसएसकेएम और सीएमआरआई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
हादसे के बाद प्रशासन पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है. हादसे का जायजा लेने पहुंची बीजेपी सांसद रूपा गांगुली ने इसके लिए प्रशासन की लापरवाही को दोषी माना. तो वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार का कहना है कि इस पुल की जिम्मेदारी मेट्रो-रेल विभाग की थी. वहीं मेट्रो की ओर से कहा गया है कि इससे हमारा लेना-देना नहीं है. राज्य सरकार ने कहा कि पुल का निर्माण कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट ने किया था, जबकि ट्रस्ट ने इनकार किया है.
मुख्यमंत्री ममता ने कहा था, 'पुल के ढह जाने के कारणों का पता लगाने के लिए मुख्य सचिव मलय डे की अगुवाई में एक समिति जांच करेगी. उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी जिनकी लापरवाही से यह हादसा हुआ, किसी को बख्शा नहीं जाएगा.' उन्होंने इस हादसे में मारे गए व्यक्तियों के परिवार के लिए 5-5 लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये का ऐलान किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर दुख जताया और दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की. वहीं राज्यपाल केएन त्रिपाठी ने दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा, 'मैं बचाव कार्य देखने आया हूं, यह बड़ी त्रासदी है. मैंने सुना कि पुल का रखरखाव पीडब्ल्यूडी और रेलवे के जिम्मे था. मामले की जांच की जरुरत है.'