कोलकाता में बीजेपी और ममता बनर्जी की सियासी जंग तेज होती जा रही है. कोलकाता में 30 नवंबर को होने वाली रैली के लिए स्थानीय पुलिस ने इजाजत नहीं दी है. इस बात से नाराज बीजेपी अब हाईकोर्ट पहुंच गई है. मामले की सुनवाई मंगलवार को हो सकती है.
कोलकाता पुलिस की ओर से इस बारे में पिछले हफ्ते कहा गया था कि नगर निगम की अनुमति न मिलने से रैली की इजाजत नहीं दी गई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने इस बारे में तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि टीएमसी बीजेपी की जीत से डरी हुई है. पुलिस के पास ऐसा कोई सबूत नहीं है कि वो ये दिखा सके कि टीएमसी की रैलियों में नगर निगम से मंजूरी ली गई हो.
गौरतलब है कि बीजेपी ने इस्पलैंड स्क्वेयर पर रैली करने की इजाजत मांगी थी. इसी जगह पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 21 जुलाई को साल की सबसे बड़ी रैली की थी. लोकसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ताओं में कई जगहों पर हिंसक संघर्ष हुए हैं.
बीजेपी की हावड़ा जिला इकाई की युवा शाखा के अध्यक्ष उमेश राय ने बताया कि 30 नवंबर को कोलकाता में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की रैली होनी है. इसी के लिए पार्टी की बैठक चल रही थी. तभी रविवार को अचानक तृणमूल कार्यकर्ताओं ने बीजेपी समर्थकों पर एक बम फेंका. इसमें दो बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गए. राय के मुताबिक, कुछ अन्य बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट भी की गई.