टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम ने शनिवार को अपने वाहन से लाल बत्ती हटा दी. दो दिन पहले उन्होंने कहा था कि उन्हें लालबत्ती इस्तेमाल करने का अधिकार है. मौलाना नूर-उर रहमान बरकती ने कहा, 'नहीं, मेरे ऊपर लाल बत्ती हटाने का कोई राजनैतिक दबाव नहीं था. कैसे राजनैतिक दल मुझ पर दबाव डालेंगे. मैं शाही इमाम हूं और कानून का पालन करूंगा.'
कोलकाता यातायात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इमाम ने स्वेच्छा से लाल बत्ती हटाई. गुरुवार को बरकती ने कहा था, 'मैं एक धार्मिक नेता हूं और मैं दशकों से लाल बत्ती का इस्तेमाल कर रहा हूं. मैं केंद्र के आदेश का पालन नहीं करता हूं. वे मुझे आदेश देने वाले कौन हैं. बंगाल में सिर्फ राज्य सरकार का आदेश लागू होगा. मैं लाल बत्ती का इस्तेमाल करूंगा.'
केंद्र ने वीआईपी संस्कृति को समाप्त करने की दिशा में कदम उठाते हुए फैसला किया था कि एक मई से प्रधानमंत्री समेत सभी के वाहनों से लाल बत्ती हटेगी. बुधवार को केंद्र सरकार के आदेश की अवज्ञा करने के लिए पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी.
राज्य पुस्तकालय और सार्वजनिक शिक्षा मंत्री मौलाना सिद्दिकुल्ला चौधरी ने आदेश की अवज्ञा करने के लिए बरकती की आलोचना करते हुए कहा कि शाही इमाम को लाल बत्ती की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा, 'इस तरह का काम इस्लाम के खिलाफ है, क्योंकि वह कानून के उल्लंघन का समर्थन नहीं करता है.'