कोलकाता में एक युवक ने आरोप लगाया कि शरारती लोगों के एक गिरोह से बच निकलने के प्रयास में मदद की गुहार लगाए जाने पर 3 पुलिस अधिकारियों ने उसे पीटा और उसके चेहरे पर पेशाब कर दिया.
शहर के पार्क सर्कस इलाके में एक फास्ट फूड सेंटर में काम करने वाले मोहम्मद रफीक ने आरोप लगाया कि बीती रात वह काम के बाद घर लौट रहा था, तभी गुंडों ने उसे घेर लिया और उसका सामान और रुपये छीनने का प्रयास किया. उसने निकल भागने की कोशिश. इसी दौरान वह तीन लोगों के पास पहुंचा, जिन्होंने खुद को पुलिस अधिकारी होने का दावा किया.
इसी बीच गुंडे वहां पहुंच गए और उन्होंने पुलिसवालों से कहा कि वह चोर है. इसके बाद उसे बुरी तरह पीटा गया. जब रफीक ने पानी मांगा, तो पुलिस अधिकारी होने का दावा करने वाले तीनों लोगों ने उसके चेहरे पर पेशाब कर दिया.
नीम बेहोशी की हालत में रफीक को बाद में एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस मामले में बेनियापुकुर पुलिस थाने में एक मामला दर्ज कराया गया है.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस घटना को लेकर ज्यादा कुछ नहीं बता रहे हैं. संयुक्त आयुक्त (अपराध) पल्लब कांति घोष ने कहा, ‘हम मामले की जांच कर रहे हैं और सभी पहलुओं से जांच की जा रही है. यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो कार्रवाई होगी.’