उत्तराखंड में दो पूर्व मुख्यमंत्रियों भगत सिंह कोशियारी और भुवन चंद्र खंडूरी की पिछले एक पखवारे के दौरान तीसरी बार बंद कमरे में हुई बैठक को भाजपा ने दोनों नेताओं की शिष्टाचार मुलाकात बताया है, जबकि बैठकों के बाद राज्य में सत्तारूढ राजनैतिक दल के नेताओं के बीच चर्चा गरम हो गयी है.
भाजपा के सूत्रों ने बताया कि खंडूरी और कोशियारी के बीच शिष्टाचार मुलाकात हुई है और पार्टी का मुख्य लक्ष्य वर्ष 2012 में विधान सभा चुनावों को फतह करना है. यह दो नेताओं की शिष्टाचार भेंट है और दोनों नेताओं ने आपस में बातचीत की है. हालांकि बातचीत का मुद्दा मीडिया को जाहिर नहीं किया गया.
दूसरी ओर, कोशयारी ने बताया कि उन्होंने खंडूरी से मुलाकात की थी और यह सिर्फ शिष्टाचार भेंट थी.
कोशियारी ने गत नौ और दस मई को भी खंडूरी से मुलाकात की थी. उस समय उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के कामकाज के बारे में कहा था कि वह बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं और बहुत ही बेहतर ढंग से सरकार चला रहे हैं.
कोशियारी से उस समय जब यह पूछा गया था कि क्या निशंक के कामकाज पर राज्य में कोई नया समीकरण बन रहा है तो उन्होंने कहा इस तरह की बातें कहां से आती हैं. निशंक बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं और बखूबी सरकार भी चला रहे हैं. दूसरी ओर, खंडूरी ने कहा कि वह इस तरह की मुलाकातों के विषयों पर प्रेस से कोई चर्चा नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि बैठक में क्या बातचीत हुई, इस पर प्रेस के साथ चर्चा नहीं की जा सकती है.
राज्य में गत वर्ष कोशियारी के लगातार विरोध और दबाव के चलते ही खंडूरी को मुख्यमंत्री पद की अपनी कुर्सी उस समय गंवानी पड़ी थी जब राज्य में भाजपा लोकसभा के आम चुनावों में पांचों सीटें हार गयी थी.
राजनैतिक गलियारों में कोशियारी और खंडूरी की मुलाकात को वर्ष 2012 में विधानसभा के लिये होने वाले आम चुनावों में पार्टी द्वारा मजबूती से उतरने के रूप में देखा जा रहा है.