दोनों पड़ोसी देशों के बीच ‘आपसी भरोसे में कमी’ दूर करने की कोशिश के तहत विदेश मंत्री एस एम कृष्णा जुलाई में अपनी इस्लामाबाद यात्रा के दौरान अपने पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी को भारत आने का न्यौता देंगे.
कृष्णा ने कजाखस्तान की अपनी दो दिवसीय यात्रा से वापसी के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘मैं पाकिस्तान के विदेश मंत्री को भारत यात्रा पर आने का निश्चित तौर पर न्यौता दूंगा.’ उन्होंने कहा कि इस तरह की यात्राएं आपसी विश्वास में कमी दूर करने की दिशा में एक तरह के अचूक नुस्खे के तौर पर काम करेंगी और हम एक दूसरे से अधिक भरोसे के साथ बात कर सकेंगे. इससे निश्चित तौर पर काफी रचनात्मक बातचीत के लिये सही तरह का माहौल निर्मित किया जा सकेगा.
कृष्णा ने कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने पिछले महीने थिम्पू में दक्षेस शिखर सम्मेलन के इतर मुलाकात की थी. तब महसूस किया गया था कि दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी दूर करने के लिये कदम उठाये जाने की जरूरत है. कृष्णा ने गत 11 मई को पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ हुई 25 मिनट लंबी बातचीत के संदर्भ में कहा, ‘लिहाजा, विश्वास में कमी दूर करने की दिशा में ही विदेश मंत्री कुरैशी से मेरी टेलीफोन पर बातचीत हुई थी.’ इस बातचीत में फैसला किया गया कि दोनों मंत्री इस्लामाबाद में 15 जुलाई को मुलाकात करेंगे.
पाकिस्तान के साथ बातचीत के बारे में अपनी अपेक्षाओं के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान से हम क्या अपेक्षा करते हैं या पाकिस्तान भारत से क्या अपेक्षा रखता है, इस बारे में कृपया मुझे अटकलें लगाने को नहीं कहें.’ उन्होंने कहा, ‘मेरे विचार से विदेश मंत्री के पाकिस्तान जाने का मूल तथ्य इस बात का संकेत है कि हम पाकिस्तान के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहेंगे.’
कृष्णा ने यह भी कहा कि वह अगले महीने अमेरिका यात्रा के दौरान पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली को भारत प्रत्यर्पित करने का मुद्दा भी उठायेंगे. उन्होंने कहा, ‘हमारी अमेरिका के साथ प्रत्यर्पण संधि है और हमने जितने भी सबूत इकट्ठे किये हैं, उनके मुताबिक हेडली मुंबई के आतंकवादी हमलों का मुख्य सरगना है. लिहाजा, यह सवाल अमेरिका के समक्ष उठाया जायेगा.’