तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे और राज्य में मंत्री के तारकरामा राव (केटीआर) ने सोमवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को नोट के बदले वोट मामले में लाइव लाई-डिटेक्टर टेस्ट कराने की चुनौती दी. राज्य के पंचायती राज और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने सोमवार को कहा कि वह टेलीविजन पर लाइव लाई-डिटेक्टर टेस्ट के लिए तैयार हैं लेकिन नायडू से पूछिए कि क्या वह भी इसके लिए तैयार हैं.
केटीआर को मंत्री के रूप में काफी लोकप्रिय माना जाता है. वह तेलुगू समाचार पत्र और एक टेलीविजन चैनल में प्रकाशित खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे. इन रपटों में दावा किया गया था कि कुछ टेप हैं जो यह साबित कर सकती हैं कि उन्होंने तेलुगु देशम पार्टी और अन्य विपक्षी पार्टियों के विधायकों को तेलंगाना राष्ट्र समिति का समर्थन करने के लिए पैसे का लालच दिया है.
उन्होंने कहा कि अपनी भ्रष्टाचार की गतिधियों को दो राज्यों के बीच के टकराव के रूप में प्रस्तुत कर नायडू कानून से बच नहीं सकते. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के खिलाफ FIR दर्ज होने के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए केटीआर ने कहा कि इस तरह की ओछी रणनीतियों से नायडू बच नहीं सकते. मंत्री ने कहा कि विधान परिषद के चुनावों में एक मनोनीत विधायक को नकदी की पेशकश करते हुए रंगे हाथों पकड़े जाने के बावजूद तेदेपा के नेता चंद्रशेखर राव को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं.
केटीआर ने हैरानी जताते हुए कहा कि नायडू मूल्य-आधारित राजनीति पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन तेलंगाना विधानसभा में उनकी पार्टी के उप-नेता की गिरफ्तारी के बाद भी उन्होंने अब तक कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी.
TDP के विधायक ए रेवंत रेड्डी को हैदराबाद में 31 मई को भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था. एसीबी ने रेवंत रेड्डी को विधानसभा के मनोनीत विधायक एल्विस स्टीफन्सन को 50 लाख रुपये रिश्वत की पेशकश करने पर गिरफ्तार किया था. यह रकम विधान परिषद चुनाव में तेदेपा-भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने के लिए दी गई थी. एसीबी ने इस मामले में सेवेस्टिअन और उदय सिम्हा को भी गिरफ्तार किया था.
-इनपुट IANS से