आम आदमी पार्टी में मचे घमासान के बीच वरिष्ठ पार्टी नेता कुमार विश्वास ने असंतुष्ट नेताओं के खिलाफ बड़ा बयान दिया है. पटना में कुमार विश्वास ने इशारों ही इशारो में पार्टी के उन नेताओं पर निशाना साधा, जिन्होंने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
विश्वास ने बागी नेताओं को नसीहत दे डाली कि अगर उनमें ताकत है और लोगों की सोच तथा वोटों को अपने हिसाब से बदलने का मद्दा है तो वो अपनी इच्छा से इसे भी आजमा सकते हैं. 'आज तक' से बातचीत में विश्वास ने असंतुष्ट नेताओं पर कहा, 'पार्टी के पद पर होना योग्यता-अयोग्यता नहीं आंकता और अगर आप में ताकत है, आप सत्य के साथ हैं, जनता आपकी बात स्वीकार करती है और वोटों को अपनी ओर लाने का कौशल है तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां काम करते हैं और किस तरह से काम कर रहे हैं.
हालांकि विश्वास ने मयंक गाधी की बगावत पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, 'मैं पार्टी बनाने वाले शुरुआती लोगों में से हूं और अगर मैं कोई टिप्पणी करता हूं तो मैं भी उसी श्रेणी में आ जाऊंगा.'
लेकिन विश्वास ने पार्टी के सभी नेताओं-कार्यकर्ताओं से एकजुट रहने की अपील की और कहा, 'पिछले 4 सालों में हमें तोड़ने और खरीदने की कोशिश हुई. हमें क्या-क्या प्रलोभन नहीं दिए गए. राज्यसभा से लेकर केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री बना देने तक का ऑफर दिया गया. यहां तक कि दबाव दिया गया, लेकिन कार्यकर्ताओं से अपील है कि वे धार कुंद ना होने दे.'