कुंभ मेला पर इंडिया टुडे के गोलमेज सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की. उन्होंने सपा-बसपा गठबंधन, कुंभ के आयोजन, अयोध्या में राम मंदिर और बीजेपी की सहयोगी पार्टियों को लेकर अपनी बात रखी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर को लेकर भी बयान दिया. सीएम योगी से जब सवाल किया गया कि आपके सहयोगी आजकल नाराज चल रहे हैं और राजभर अक्सर बयान देते रहते हैं. इस सवाल के जवाब में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि राजभर बीजेपी के विधायक नहीं हैं. वे हमारे सहयोगी दल के हैं. वे सीमा के अंदर रहकर ही अपनी बात रखते हैं.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वो जो भी बोलते हैं दायरे में रहकर बोलते हैं. आपको बता दें कि ओमप्रकाश राजभर समय-समय पर बीजेपी और उसके नेतृत्व पर हमला करते रहते हैं. राजभर हाल ही में प्रदेश सरकार की ओर से लगाए गए गाय कल्याण सेस पर भी तंज कसा था. उन्होंने कहा था कि गांव में छुट्टा कुत्ते घूम रहे हैं, अब उन पर भी टैक्स लगेगा. उन्होंने कहा कि राज्य के किसान छुट्टा पशुओं से बेहद परेशान हैं. गरीब और कमजोर लोग भी परेशान हैं. लोगों की उम्मीदों पर काम नहीं हुआ और ऐसा लग रहा है कि लोग प्रदेश में बीजेपी के शासन से नाराज हैं.
सपा-बसपा गठबंधन पर क्या बोले सीएम योगी
लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में हुए सपा-बसपा के गठबंधन पर हमला करते हुए सीएम योगी ने कहा कि दोनों पार्टियां एक हो गई हैं तो अब राजनीतिक रूप से इन दोनों पार्टियों को निपटाना उनके लिए आसान हो गया है. उन्होंने कहा कि 1993 से 1995 तक इन दोनों पार्टियों की संयुक्त सरकार राज्य में थी, इस दौरान कानून-व्यवस्था और अराजकता की क्या स्थिति थी, वह राज्य की जनता जानती है.
आदित्यनाथ ने कहा कि दोनों पार्टियां राज्य में पूर्ण बहुमत से अलग-अलग सरकारें बना चुकी हैं. इस दौरान इन सरकारों ने जातीय आधार पर समाज को बांटा, जातीय जहर घोला और प्रदेश को दंगों की आग में झोंका. सीएम योगी ने कहा कि राज्य की जनता इनकी करतूतों को जानती है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यही वो दौर था जब गुंडों और बदमाशों और भ्रष्टाचार का बोलबाला था. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे पूरे विश्वास से कह सकते हैं कि राज्य की जनता जानती है कि इस गठबंधन का मतलब जातिवादी, भ्रष्टाचारी, गुंडों को सत्ता और जनता को उनके भाग्य के भरोसे पर छोड़ देने जैसा है.
उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ बीजेपी के विकास कार्य हैं तो दूसरी तरफ सपा-बसपा की सरकारों के समय में हुई अराजकता, गुंडागर्दी और दंगे हैं.