पाकिस्तानी खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमियर लीग में शामिल नहीं करने को ‘क्रिकेट का नुकसान’ करार देते हुए गृहमंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि ऐसा करने के लिये सरकार की तरफ से कोई ‘संकेत’ नहीं दिया गया था.
चिदंबरम ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों में से कुछ को ‘ट्वेंटी-20 के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक’ करार देते हुए कहा, ‘‘ये खिलाड़ी पाकिस्तानी टीम के रूप में नहीं बल्कि व्यक्तिगत तौर पर आ रहे थे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इनमें से कुछ खिलाड़ियों का नहीं चुना क्रिकेट का नुकसान है. मैं नहीं जानता कि आईपीएल टीमों ने ऐसा रवैया क्यों अपनाया. लेकिन यह कहना कि सरकार ने इसके लिये संकेत दिये थे पूरी तरह से असत्य है.’’
आईपीएल के तीसरे सत्र के लिये पिछले सप्ताह हुई नीलामी में पाकिस्तान के 11 खिलाड़ी शामिल थे लेकिन किसी भी खिलाड़ी का चयन नहीं किया गया जबकि पाकिस्तानी टीम मौजूदा ट्वेंटी-20 चैंपियन भी है. पाकिस्तान सरकार ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया की थी और उसने भारत के आधिकारिक दौरे रद्द कर दिये थे.
चिदंबरम से जब पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि पाकिस्तान ने इस मसले पर जरूरत से कड़ी प्रतिक्रिया की, उन्होंने कहा, ‘‘यदि किसी देश का कोई खिलाड़ी नहीं चुना जाता है तो निश्चित तौर पर वह देश अपमानित महसूस करेगा. लेकिन यह अतिरंजित प्रतिक्रिया थी या नहीं इस पर टिप्पणी करना मेरा काम नहीं है.’’ चिदंबरम ने कहा, ‘‘लेकिन मेरा मानना है कि पाकिस्तान का कोई खिलाड़ी नहीं चुने जाने से क्रिकेट प्रेमी निराश हुए होंगे. मुझे लगता है कि इससे बचा जा सकता था.’’
उन्होंने कहा कि क्रिकेट प्रेमी होने के नाते व्यक्तिगत रूप से वह भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों के शामिल नहीं होने से निराश हुए. चिदंबरम ने कहा कि सरकार ने इन खिलाड़ियों को 17 वीजा जारी किये थे. उन्होंने कहा, ‘‘असल में मुझे निराशा हुई कि आईपीएल टीमों, आईपीएल आयोजकों ने किसी भी पाकिस्तानी खिलाड़ी को नहीं चुना.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने वीजा जारी किये थे और हम इसमें कुछ नहीं कर सकते.’’