scorecardresearch
 

आखिरी पल में निहत्था था लादेन: व्हाइट हाउस

पहले दी गई आधिकारिक जानकारी में सुधार करते हुए व्हाइट हाउस ने कहा है कि पाकिस्तान में अमेरिकी कमांडो के अभियान में मारा गया अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन उस समय निहत्था था लेकिन उसने विरोध किया.

Advertisement
X

Advertisement

पहले दी गई आधिकारिक जानकारी में सुधार करते हुए व्हाइट हाउस ने कहा है कि पाकिस्तान में अमेरिकी कमांडो के अभियान में मारा गया अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन उस समय निहत्था था लेकिन उसने विरोध किया.

इससे पहले के बयान में कहा गया था कि लादेन के पास हथियार थे और हमले के दौरान उसने अपनी पत्नी का इस्तेमाल ढाल के रूप में किया.

घटना के बारे में फिर से बताते हुए व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जॉ कार्नी ने कहा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा के आदेश पर अमेरिका के एक दल ने लादेन को पकड़ने या मारने के लिए पाकिस्तान के नजदीक एक घर पर हमला किया.

उन्होंने कहा, ‘अमेरिका की सेना ने दो हेलीकाप्टरों पर सवार होकर छापा मारा. दल ने 40 मिनट चले ऑपरेशन के दौरान एक कक्ष से दूसरे कक्ष में घूमते हुए क्रमबद्ध तरीके से परिसर को कब्जे में लिया. पूरे अभियान के दौरान वे गोलीबारी करते रहे और बलों के हमले में लादेन मारा गया.’

Advertisement

कार्नी ने कहा, ‘परिसर में लादेन के परिवार के साथ दो अन्य परिवार भी रह रहे थे. एक परिवार लादेन की इमारत में ही पहली मंजिल पर और एक अन्य परिवार उसी परिसर की दूसरी इमारत में रह रहा था. एक दल ने लादेन के घर की पहली मंजिल पर अभियान शुरू किया और तीसरी मंजिल तक कार्रवाई की. दूसरे दल ने अन्य इमारत में काम को अंजाम दिया.’

कार्नी ने कहा, ‘लादेन की इमारत की पहली मंजिल पर अल कायदा के दो संदेश वाहक, एक महिला के साथ मारे गए, जिसकी मौत दोनों ओर से हो रही गोलीबारी में हुई. लादेन और उसका परिवार दूसरी और तीसरी मंजिल पर मिला. इसे लेकर चिंता थी कि लादेन नि:संदेह पकड़े जाने का विरोध करेगा और उसने प्रतिरोध किया.’

उन्होंने कहा, ‘कमरे में लादेन के साथ एक महिला थी जो बेशक उसकी पत्नी थी, वह अमेरिकी हमले से भागी और उसे पैर में गोली लगी लेकिन उसकी मौत नहीं हुई. उसके बाद लादेन को गोली मारी गई और उसकी मौत हो गई. उसके पास हथियार नहीं थे.’

कार्नी ने कहा, ‘कार्रवाई के बाद गैर सैनिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया और क्षतिग्रस्त एक हेलीकाप्टर को नष्ट कर दिया गया. दल हेलीकाप्टर से उत्तरी अरब सागर में यूएसएस कार्ल विन्सन के लिए रवाना हो गया.’

Advertisement

उन्होंने कहा कि यूएसएस कार्ल विन्सन पहुंचने पर लादेन का अंतिम संस्कार इस्लामिक नियमों और परंपराओं के मुताबिक किया गया. उसके शव को नहलाया गया और सफेद कपड़े में रखा गया. शव को एक भारी बक्से में रखा गया, सेना के एक अधिकारी ने वहां रहने वाले एक व्यक्ति द्वारा अरबी में अनुवादित किए गए धार्मिक उपदेश पढ़े. इसे पढ़े जाने के बाद शव को एक सपाट नौका में रखा गया और समुद्र में गर्क कर दिया गया.

कार्नी ने स्पष्ट किया कि यह ताजा जानकारी है और प्रशासन इस बारे में विस्तृत बातें इकट्ठा करना और उन्हें देना जारी रखेगा. उन्होंने कहा, ‘प्रतिरोध पूरे समय जारी रहा. जब कमांडो ने उस कमरे में प्रवेश किया जहां लादेन था, एक व्यक्ति ने उसे कमरे में धकेल दिया और विरोध अभियान के समाप्त होने तक होता रहा.’ एक सवाल के जवाब में कार्नी ने कहा कि यदि संभव होता तो विशेष बल उसे जिंदा पकड़ने के लिए तैयार थे.

उन्होंने कहा, ‘हमें एक कड़े प्रतिरोध की आशंका थी और जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा.’ लादेन खुद निहत्था था लेकिन वहां कई अन्य लोग थे जिनके पास हथियार थे.

कार्नी ने कहा कि वहां जबदस्त गोलीबारी हुई. लादेन ने विरोध किया और प्रतिरोध के कारण ही अभियान में वह मारा गया.

Advertisement

उन्होंने कहा कि कई लोगों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा और अभियान के बाद उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया. कार्नी ने कहा कि सिचुएशन कक्ष में राष्ट्रपति सहित मौजूद लोग सिर्फ दर्शक थे और कोई निर्देश नहीं दे रहे थे.

उन्होंने कहा, ‘अभियान सरजमीं से चलाया गया था, निश्चित रूप से व्हाइट हाउस से नहीं. सिचुएशन कक्ष में मौजूद लोग बहुत ही सावधानी से चलाए गए अभियान के दर्शक या श्रोता थे.’ यह राष्ट्रपति का निर्णय था और नि:संदेह बहुत बड़ा फैसला था.

Advertisement
Advertisement