अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने फिर से पाकिस्तान में भारत के आंतरिक मामलों पर चर्चा करके मुसीबत को आमंत्रित किया है. मणिशंकर अय्यर ने लाहौर में एक पैनल चर्चा के दौरान दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बीच एनपीआर और एनआरसी को लेकर मतभेद है.
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि यह जोड़ी देश में हिंदुत्व का चेहरा है. मणिशंकर अय्यर सोमवार को पाकिस्तान के लाहौर में एक कार्यक्रम में थे, जिसमें पत्रकार नजम सेठी भी मौजूद थे.
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर(एनपीआर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कभी नहीं माना कि यह राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर(एनआरसी) का उत्तराधिकारी है. संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि एनपीआर एनआरसी का ही रूप होगा. वास्तविक रूप से एनपीआर ही एनआरसी है.
In Lahore, Aiyar makes claim of rift between Modi, Shah over NRC
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— ANI Digital (@ani_digital) January 15, 2020
विवादित बयानों के लिए चर्चा में मणिशंकर अय्यर
इससे पहले मंगलवार को दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे मणिशंकर अय्यर ने एक विवादित बयान दिया था. शाहीन बाग में मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि जो मैं आपके लिए कर सकता हूं वो मैं करने को तैयार हूं. मैं ये वादा करता हूं. अब देखें कि किसका हाथ मजबूत है, हमारा या उस कातिल का? मणिशंकर का इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की ओर था.
कई बार विवादित बयान दे चुके हैं मणिशंकर अय्यर
इससे पहले गुजरात विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के दौरान उनके बयानों से अच्छा खासा सियासी बवाल मचा था. लोकसभा चुनाव के दौरान मणिशंकर अय्यर ने 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए अपने विवादास्पद बयान 'नीच इंसान' को सही ठहराते हुए एक लेख लिखा और पूछा क्या मैं सही नहीं था.
(ANI इनपुट के साथ)