अपने नए-नए दावों से भारत की राजनीति में सियासी भूचाल लाने वाले ललित मोदी ने नई 'पार्टी' बनाने का ऐलान करके सबके चौंका दिया है. ललित मोदी ने ट्विटर पर अपील की है कि जो भारतीय राजनीति को स्वच्छ बनाना चाहते हैं, वे उनकी 'पार्टी' से जुड़ सकते हैं.
इस संगठन के लिए उन्होंने एक जगह 'पार्टी' और एक जगह 'एनजीओ' शब्द का जिक्र किया है. बुधवार को उन्होंने इस बारे में कई ट्वीट किए. ट्विटर पर उन्होंने कुछ फोटो भी शेयर किए जिसमें ललित मोदी को AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल को चिढ़ाते दिखाया गया है. इस फोटो में लिखा है, 'मैं ऐसे ही खुलासे करता रहूंगा. मुझे किसी चीज का डर नहीं है. मैंने अपने देश को IPL और 47 हजार करोड़ रुपए दिए हैं और कई रुपए अभी और मिलेंगे.'
So start your foray into political life. Actually join my new party to cleanse the filth in #politics. #letsclean🇮🇳 https://t.co/ewPZM08dUP
— Lalit Kumar Modi (@LalitKModi) July 1, 2015
1/3 All who want a CORRUPTION FREE 🇮🇳 That is free of Vested interests & DIRTY Politics, CORRUPT Officers, pic.twitter.com/LUNQylozhg
— Lalit Kumar Modi (@LalitKModi) July 1, 2015
2/3 BLACKMAILING ED/IT officers, Business people who suck our national resources, put there interest before others - pic.twitter.com/XmmUAgm8Ys
— Lalit Kumar Modi (@LalitKModi) July 1, 2015
उन्होंने लिखा, 'जो भी भ्रष्टाचार मुक्त देश चाहते हैं, जिसमें किसी का निजी हित, गंदी राजनीति, भ्रष्ट अधिकारी, ब्लैकमेल करने वाले ईडी-आईटी अधिकारी, देश के संसाधनों को दोहन करने वाले व्यापारी न हों; आप भी मेरी इस लड़ाई में शामिल हों.'
Join me in this fight. Re tweet this message. In next few days I am launching a Global NGO to take these people on. pic.twitter.com/fjdN3UsVb8
— Lalit Kumar Modi (@LalitKModi) July 1, 2015
My access and information data base is across the board. Across the world. And yes together we will make a difference. We will not bow down
— Lalit Kumar Modi (@LalitKModi) July 1, 2015
ललित मोदी ने अपनी इस मुहिम में खोजी पत्रकारों को भी शामिल होने का न्योता दिया है.
ईडी को सिंगापुर से मदद का भरोसा
उधर ललित मोदी की कथित वित्तीय गड़बड़ियों की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सिंगापुर से सहयोग का भरोसा मिला है. ईडी की एक स्पेशल टीम दरख्वास्त की कॉपी के बिना सिंगापुर पहुंची और फिर भी उसे स्थानीय प्रशासन से कानूनी मदद का भरोसा मिल गया.
सिंगापुर में आधिकारिक दौरे के दूसरे दिन तीन सदस्यीय ईडी की टीम ने सिंगापुर प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात की. ईडी के अधिकारियों ने 'इंडिया टुडे' को बताया, 'सिंगापुर प्रशासन ने बहुत अच्छे से सहयोग किया और बैठक सकारात्मक रही. ललित मोदी मामले में जानकारी साझा करने के लिए कानूनी रणनीति पर काम किया गया है.'
हालांकि पीएमएलए एक्ट के मुताबिक, इस हफ्ते सिंगापुर और मॉरीशस को दरख्वास्त की दो चिट्ठियां भेजी जानी थीं, जो अब भी दिल्ली से जारी नहीं हो पाई हैं. ईडी के एक सूत्र ने कहा, 'जब तक ये चिट्ठियां सिंगापुर और मॉरीशस नहीं पहुंचतीं, हम ललित मोदी के खिलाफ ठोस जानकारी मिलने की उम्मीद नहीं रख सकते.'