ललित मोदी प्रकरण से बीजेपी की पारदर्शी छवि को नुकसान पहुंचा है. इससे सुषमा स्वराज की स्थिति लगातार कमोजर हो रही है. संसद के मानसून सत्र और आगामी बिहार चुनाव को देखते हुए पार्टी इस मुद्दे पर किसी तरह का समझौता करने के मूड में नहीं दिख रही है. पीएम मोदी कोई कड़ा फैसला ले सकते हैं. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता का यह कहना है.
उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस समय भले ही सरकार और पार्टी सुषमा के पक्ष में खड़ी है , लेकिन उनकी स्थिति कमजोर होती जा रही है. पीएम नरेंद्र मोदी ने हमेशा सरकार में पारदर्शिता की बात कही है. उन्होंने लोकसभा चुनाव में भ्रष्टाचार के मुद्दे को जोर-शोर से भी उठाया था. ऐसे में इस मुद्दे पर उनके द्वारा किसी का बचाव करना मुश्किल लगता है.
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी में अंतर्कलह की बात कही जा रही है. यह लड़ाई बहुत दिन तक नहीं चलने वाली है. जल्द खत्म हो जाएगी. हमारे प्रधानमंत्री कड़े फैसले लेने के लिए जाने-जाते हैं. अपनी इसी खूबी की वजह से वह सत्ता में आए. वह सबकुछ देख रहे हैं. इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.
शिकंजा कसने की तैयारी में ईडी
सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ललित मोदी पर शिकंजा कसने की तैयारी में है. मोदी समेत कई दूसरे अधिकारियों को 1700 करोड़ के विदेशी मुद्रा कानून उल्लंघन के सोलह मामलों में जल्द नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है.
उधर, मुंबई में ललित मोदी के वकील महमूद आब्दी ने कहा कि उनके मुवक्किल के खिलाफ कोई ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी नहीं किया गया है. इस पर ईडी ने कहा कि वह व्यक्ति को नोटिस नहीं भेजता. 2012 में देश के सभी एयरपोर्ट को ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था.
आब्दी के मुताबिक उनके मुवक्किल के खिलाफ ऐसा कोई आरोप ही नहीं. अपने पक्ष को रखने के लिए उन्होंने इंटरपोल की एक चिट्ठी जारी की है. उनका दावा है कि जब से मोदी भारत से गए हैं तभी से लगातार वे ईडी और पुलिस के संपर्क में हैं. उन्हें भगोड़ा घोषित करने की कोई जरूरत ही नहीं थी.
'आस्तीन के सांप की साजिश'
इस मामले पर बीजेपी नेता कीर्ति आजाद ने कहा कि सुषमा अपनों का ही शिकार बनी हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आस्तीन के सांप ने ही सुषमा के खिलाफ साजिश की है. उनके ट्वीट के बाद इस बात पर बहस छिड़ गई कि आखिर वह आस्तीन का सांप किसे कह रहे हैं. उनके बयान पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि कीर्ति आजाद मेरे अच्छे दोस्त हैं, उन्होंने जो कहा है सोच समझ कर कहा होगा.
मोदी की मदद का आरोप
सुषमा स्वराज पर इस बात के आरोप हैं कि उन्होंने ललित मोदी को ब्रिटेन से पुर्तगाल जाने के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ों के लिए कथित 'सिफ़ारिश' की. हालांकि खुद सुषमा स्वराज ने सफाई में ट्वीट किया, 'ललित मोदी को कैंसर से पीड़ित अपनी पत्नी का इलाज कराने पुर्तगाल जाना था. वे जा नहीं पा रहे थे. इसलिए मैंने मानवीय अधिकार पर उनकी मदद की थी.'