कई बार के स्थगन के बाद लोकसभा को शुक्रवार को दिन भर के लिए स्थगित किए जाने पर भाजपा, राजद, सपा आदि के सदस्यों ने सदन में डटे रह कर एक स्वांग रचा और संप्रग सरकार को बर्खास्त करते हुए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के नेतृत्व में नयी राष्ट्रीय सरकार का गठन किया.
लोकसभा में भाजपा के उपनेता गोपीनाथ मुंडे को ‘लोकसभा अध्यक्ष’ बनाया गया जबकि सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह को सदन एवं सरकार का ‘संयोजक’. राजद, सपा, जदयू और बसपा सदस्य सुबह से ही सांसदों के वेतन को तीन गुना बढ़ाए जाने का विरोध करते हुए उसे पांच गुना बढ़ाने की मांग कर रहे थे.
उनके हंगामे के कारण दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे शोर शराबे के बीच दो विधेयक बिना चर्चा के पारित करवा के लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. महत्वपूर्ण विधेयक बिना चर्चा के पास कराने के सरकार के कदम का अनोखे अंदाज में विरोध करते हुए सदन स्थगन के बाद भाजपा, सपा, राजद और बसपा के सदस्य वहीं धरने पर बैठ गए. कुछ देर बाद इन सदस्यों ने सदन में ही संप्रग सरकार को ‘बर्खास्त’ करके लालू प्रसाद के नेतृत्व में नयी सरकार गठित करने का स्वांग रचा. {mospagebreak}
इसके बाद सदन की ‘बैठक’ शुरू करके एमसीआई संशोधन विधेयक पर ‘चर्चा’ कराई. बहरहाल, बाद में लालू और मुलायम ने संवाददाताओं से कहा ‘इस सरकार को बर्खास्त कर नयी सरकार के गठन की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि यह जनविरोधी है और अलोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है.’
लालू ने कहा ‘शनिवार को पौने दस बजे पूरा विपक्ष संसद परिसर में गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष धरणा देगा और 10 बजे सदन में ‘नयी सरकार’ आगे की कार्यवाही शुरू करेगी.’ उन्होंने कहा, इस नए घटनाक्रम में ‘कार्य मंत्रणा समिति’ की बैठक भी हो गई है जिसमें शनिवार को ‘नयी सरकार’ के समक्ष सांसदों के वेतन से जुड़े ‘विधयेक’ एवं कुछ अन्य ‘विधेयकों’ पर चर्चा कराने का निर्णय किया गया है.
लालू प्रसाद ने कहा, ‘संप्रग सरकार अलोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है. कई दिनों से हम सांसदों के वेतन का विषय उठा रहे हैं और इस बारे में संसदीय समिति की रिपोर्ट को लागू करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन सरकार ने इसे नहीं मानकर हमें आपमानित किया है.’ उन्होंने कहा कि शुक्रवार को जब वे इस विषय को सदन में उठा रहे थे तो अव्यवस्था के बीच सरकार ने एमसीआई संशोधन विधेयक और एक अन्य विधेयक को पास कर दिया. {mospagebreak}
उन्होंने कहा ‘यह बात सदन को असंवैधानिक लगी. इसलिए इस सरकार को बर्खास्त कर नयी राष्ट्रीय ‘जनता सरकार’ का गठन किया गया.’ लालू ने कहा कि सदन में ही ‘नयी सरकार’ की बैठक भी हुई और एमसीआई संशोधन विधेयक पर चर्चा भी की गई. इस पर चर्चा के दौरान मेनका गांधी एवं कुछ अन्य सदस्यों ने अपने विचार रखे.
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री के रूप में मैंने इस विधेयक पर सदन की भावना को समझा और इसे गलत करार दिया.’ राजद अध्यक्ष ने कहा कि ‘मेरी सरकार’ अनुशासित सरकार है और इस ‘नयी लोकसभा’ में विपक्ष का कोई स्थान नहीं है और न ही प्रश्नकाल का कोई समय निर्धारित होगा.
यह पूछे जाने पर कि सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ में उनकी सरकार नरेन्द्र मोदी को कब तक गिरफ्तार करेगी, लालू ने कहा ‘कानून अपना काम करेगा.’ पत्रकारों की हंसी-ठिठोली के बीच उन्होंने घोषणा की कि उनकी सरकार पत्रकारों के लिए नए वेतन बोर्ड का गठन करेगी.