झारखंड में अर्जुन मुंडा सरकार से झामुमो के 18 विधायकों के समर्थन वापसी के बाद जारी सियासी संकट के बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि राजनीतिक दलों को वैकल्पिक सरकार बनाने की संभावना तलाश करने के लिए विधानसभा को निलंबित रखा जाना चाहिए.
झारखंड में मचे सियासी बवाल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद सुप्रीमो ने कहा, ‘झामुमो से भाजपा के तलाक के बाद अर्जुन मुंडा सरकार गिर गयी है. विधानसभा को निलंबित रखना चाहिए ताकि धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दल वैकल्पिक सरकार बनाने की संभावनाएं तलाश सके.’
82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में भाजपा के 18 सदस्य और झामुमो के 18 सदस्य है. एक सदस्य मनोनीत होते हैं. राजद के पास पांच विधायक है जबकि कांग्रेस के 13 और बाबूलाल मरांडी नीत झारखंड विकास मोर्चा के 11 विधायक हैं.
कथित तौर पर बारी-बारी से 28-28 महीने के रोटेशन के आधार पर मुख्यमंत्री के बदलाव को लेकर झामुमो और भाजपा ने 2010 में साझा सरकार बनायी थी. इसी कथित समझौते में विवाद के कारण दोनों दलों में गठबंधन टूट गया है.
सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में विधानसभा भंग करने की सिफारिश की गयी है. कांग्रेस और झामुमो वैकल्पिक सरकार बनाने की संभावनाओं में जुट गये हैं.