देश में बढ़ती महंगाई के लिए केंद्र सहित राज्य सरकारों को पूर्व रेलमंत्री एवं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद द्वारा दोषी ठहराने और इसको लेकर उनके द्वारा आंदोलन करने की घोषणा को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को एक नौटंकी करार दिया.
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर जद (यू) द्वारा आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए लालू का नाम लिए बिना उन्हें बड़ा भाई बताते हुए नीतीश ने लालू के उक्त कथन को हास्यापद बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि महंगाई को लेकर अपना आंदोलन उस समय तक जारी रखेंगे जब तक आवश्यक वस्तुओं का दाम घटकर छह महीने पहले जैसा नहीं हो जाए.
नीतीश ने कहा कि लालू को छह महीने के बजाए आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को मई 2004 के स्तर पर पहुंचाने की बात करनी चाहिए लेकिन उनकी छटपटाहट बिहार में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव को लेकर है जिसके कारण वह इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं.
नीतीश ने लोगों को बड़े भाई (लालू) के बहकावे में नहीं आने और सजग सचेत और चौकस रहने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि बडे भाई की नजर मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग पर टिकी है लेकिन इस बार भी उन्हें कुछ नहीं मिलने वाला है.