अक्टूबर-नवंबर में बिहार विधानसभा चुनाव होने हैं और अभी तक जनता परिवार के विलय को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है. विलय को लेकर जारी मतभेदों के बीच राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद शुक्रवार को दिल्ली में सपा प्रमुख मुायम सिंह यादव और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे.
मुलायम हैं परिवार के मुखिया
JDU के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार और लालू प्रसाद शुक्रवार को होने वाली इस बैठक के लिए यहां पहुंच चुके हैं. इस बैठक के दौरान बातचीत बिहार चुनाव और विलय से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित रहेगी. हालांकि नीतीश कुमार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार केंद्रित दो दलों के विलय के इच्छुक हैं लेकिन समाजवादी पार्टी और RJD इसमें दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. जनता परिवार के छह दलों- समाजवादी पार्टी, JDU, JDS, RJD, INLD और समाजवादी जनता पार्टी ने 15 अप्रैल को अपने विलय की घोषणा की थी. लेकिन ऐसे संकेत हैं कि सपा और RJD इस पर दोबारा विचार करना चाहती हैं. इसके बाद नीतीश कुमार ने मुलायम सिंह से स्थिति स्पष्ट करने को कहा.
लालू ने दिया मांझी को न्योता
15 अप्रैल को मुलायम सिंह को नये दल का प्रमुख घोषित किया गया था. जनता परिवार के विलय के मार्ग में बाधाओं को दूर करने के प्रयास के तहत होने वाली बैठक से एक दिन पहले RJD प्रमुख लालू प्रसाद ने गुरुवार को JDU के लिए यह कहकर असहज स्थिति पैदा कर दी कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को बीजेपी के खिलाफ व्यापक एकता का हिस्सा होना चाहिए. नीतीश कुमार के विरोधी समझे जाने वाले मांझी ने मुख्यमंत्री पद से अपदस्थ होने के बाद हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा बनाया है और उनका झुकाव बीजेपी की ओर बताया जाता है. लालू ने पटना में कहा, 'हम भाजपा के खिलाफ दलों की व्यापक एकता चाहते हैं जिसमें मांझी सहित हर कोई आगे आए.'
लालू ने किया JDU को नाराज
पिछले साल के लोकसभा चुनाव में शर्मनाक हार के बाद खुद इस्तीफा देकर मांझी को उत्तराधिकारी बनाने वाले नीतीश ने लालू के इस बयान पर मीडिया से बात नहीं की. BJP के खिलाफ व्यापक एकता के लिए मांझी को दिए गए लालू के आमंत्रण से JDU खुश नहीं है जो इस साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से पहले विलय की औपचारिकताओं को पूरा करने को उत्सुक है. JDU के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि मांझी को बीजेपी से उनकी कथित निकटता के चलते इस परदिृश्य में लाने का कोई सवाल ही नहीं है. JDU के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, 'मांझी जनता परिवार एकता प्रक्रिया की सूची में शामिल नहीं हैं.'
रामगोपाल यादव का
बयान
जनता परिवार के विलय को लेकर भ्रम तब और बढ़ गया जब सपा महासिचव राम गोपाल यादव ने हाल में कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विलय होने की संभावना नहीं है. उनके इस बयान को विलय पर सपा में असहज स्थिति के रूप में देखा गया. सपा में कई नेताओं का मानना है कि पार्टी को इस विलय से कोई फायदा नहीं होगा, इससे बस बिहार में चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगियों से टक्कर लेने में वहां के दो दलों JDU और RJD का आधार मजबूत होगा.
-इनपुट भाषा से