आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का कुछ खास अंदाज़ है. भले ही वो बिहार सरकार का हिस्सा न हो, लेकिन प्रशासन में उनका बोलबाला साफ दिखाई देता है. लालू यादव के यहां बक्सर के कुछ लोग शिकायत लेकर आये कि दबंगों ने उन्हें बुरी तरह पीटा और उनका घर जला दिया. जिसके बाद लालू ने बक्सर के कलेक्टर को फोन करके उनसे कार्रवाई करने को कहे रहे हैं.
लालू प्रसाद यादव ने कलेक्टर से कहा
'कलेक्टर साहब धंसोई गांव के मुशहर लोग पूरा बाले-बच्चे, महिला के साथ इंज्यूरी के साथ आया है, इन लोगों को बेरहमी से पीटा है इन लोगों का घर जलाया है, औरत का हाथ खींच रहा था, बदमाशी करने के लिए, और इन लोगों की पूरी संपत्ति जला दी गई. थानेदार ने ठीक से व्यवहार नहीं किया, इन लोगों के साथ और उनके ऊपर जिला परिषद प्रमुख हैं उन लोगों का पक्ष लेकर झूठा केस लगवाया और उल्टा कहा कि तुम सबको जेल जाना पड़ेगा, ये बड़ा भारी डाउट है, धंसोई के थानेदर ने कहा लालू के यहां जाओ नीतीश के यहां जाओ कहीं जाओ कुछ नहीं होने वाला है, हमारा गुप्तेश्वर पांडे है, और बुरी तरह से जनता के साथ अन्याय किया है. हरिजन एक्ट के तहत कार्रवाई होनी चाहिए, और इन लोगों को प्रोटेक्शन मिलना चाहिए, पता नहीं आपको बताया है कि नहीं सब हां, बात कर लीजिए आप लोगो को स्पॉट पर जाना चाहिए बहुत जरुरी है, शासन का मैसेज जाना चाहिए, आप लोग सब जाइए, हम भेज रहे हैं इन लोगों को आपके पास.
क्या है पूरा विवाद
लालू यादव के यहां बक्सर के कुछ लोग शिकायत लेकर आये कि गांव के कुछ दबंगों ने उन्हें बुरी तरह पीटा और उनके घर जला दिये. लेकिन पुलिस ने कुछ कार्रवाई नहीं की. धंसोई का थानेदार ने मुशहर जाति के इन लोगों को धमकी दी जिसके पास मेरा शिकायत लेकर जाना है जाओ. चाहे नीतीश कुमार हो या लालू यादव, हमारे साथ गुप्तेश्वर पाण्डेय हैं. गुप्तेश्वर पाण्डेय बिहार पुलिस में एडीजी के पद पर तैनात हैं और बक्सर के ही रहने वाले हैं. थानेदार ने उल्टा पीडित लोगों पर मुकद्दमा किया. आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने तुरंत बक्सर को कलेक्टर को फोन लगाया और उनसे कार्रवाई करने को कहा.
पहले देते रहे हैं शासन में दखल के आरोप
लालू प्रसाद यादव जेल में बंद सिवान के बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन से निर्देश लेते हैं. एक न्यूज चैनल ने ऑडियो टेप जारी कर दावा किया है कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद शहाबुद्दीन के कहने पर उसके हिसाब से पुलिस अफसरों की तैनाती करवाते हैं. इस टेप के सामने आने के बाद बिहार की राजनीती भूचल आ गया था.