प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही बुलेट ट्रेन के रूप में भारत को नई सौगात देने की प्लानिंग कर रहे हैं लेकिन बिहार में उनकी विरोधी पार्टी आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने उनके इस प्रोजेक्ट पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
आरजेडी सुप्रीमो का कहना है कि एक तरफ जहां देश में लोग गरीबी, बीमारी और कुपोषण जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, ऐसे में लाखों करोड़ों रुपयों के बुलेट प्रोजेक्ट पर रुपये खर्च करना कहां तक उचित है?
लालू ने पीएम को लिखा पत्र
लालू ने पीएम मोदी और रेल मंत्री सुरेश प्रभु को एक पत्र लिखे हैं, जिसमें उन्होंने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट से जुड़े कुछ सवाल पूछे हैं और जवाब मांगे हैं. पत्र में लालू ने लिखा है कि देश में जहां लाखों लोग हर साल गरीबी, बीमारी और कुपोषण के कारण मर जाते हैं, वहां करीब एक लाख करोड़ रुपये लागत वाली बुलेट ट्रेन परियोजना का औचित्य क्या है?
प्रोजेक्ट को बताया 'सफेद हाथी'
लालू ने मोदी के इस महत्वाकांशी प्रोजेक्ट को 'सफेद हाथी' करार दिया है. उन्होंने कहा कि इसपर इतनी बड़ी धनराशि खर्च करने की आखिर क्या जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस परियोजना से ज्यादा लोगों को फायदा नहीं होगा. लालू ने कहा, 'छोटी दूरी की इस महंगी परियोजना से देश की कितनी आबादी को फायदा होगा, यह केन्द्र सरकार की बेमेल प्राथमिकताओं की मिसाल है.'
लालू ने ट्विटर पर इस पत्र की कॉपी भी शेयर की है.
My letter to PM on viability of bullet train project. Seeking reply from @narendramodi CC to @sureshpprabhu pic.twitter.com/IIKECdsPr1
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 22, 2015
लालू ने पत्र में लिखा है कि कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा देश की बुनियादी जरूरते हैं लेकिन ऐसी तमाम जरूरतों के बजट में कटौती कर, गरीबों-किसानों को नजरअंदाज कर बुलेट ट्रेन लाई जा रही है. देश की बड़ी आबादी के साथ यह क्रूर मजाक है.
उन्होंने ट्वीट किया, 'एक छोटी सी दूरी को पाटने के लिए शुरू किया जा रहा ये 98 हजार करोड़ के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट 90 फीसदी भारतीयों की जिंदगी की रफ्तार को कम कर देगा. विकास होना चाहिए लेकिन गरीबों को दाव पर लगाकर नही.'
1 short distanced bullet train project of 98K cr wud slow down d lives of 90% Indians. Development shd tk place but not at the cost of poor
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 22, 2015
लालू ने एक और ट्वीट में कहा, 'पीएम को ऐसे महंगे प्रोजेक्ट के औचित्य को समझाना चाहिए. मैं उम्मीद और प्रार्थना करता हूं कि ये ट्रेन 90 फीसदी गरीब और जरूरतमंद लोगों के ऊपर से होकर नहीं गुजरेगी.'
PM must explain the rationality of such costly project. I just pray & hope 90% poor & deprived are not going to get run over by it.
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 22, 2015
मुंबई-अहमदाबाद प्रोजेक्ट से शुरुआत
सरकार पहली बुलेट प्रोजेक्ट मुंबई-अहमदाबाद के लिए शुरू करने की योजना बना रही है. इस प्रोजेक्ट पर करीब 90 हजार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है.