बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव को बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी का तोता बताया है आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने. पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए लालू बोले कि दोनों दल मीठा और घी खाए कुत्ते की तरह हो गया है, जो खुजली कर करके पागल हो जाएगा. इसके अलावा लालू ने यह भी कहा कि नीतीश विधायकों को विधानसभा भंग करने का डर दिखाकर सपोर्ट हासिल कर रहे हैं.
जब लालू प्रसाद बोलते हैं, तो वह सिर्फ बयान नहीं रह जाता. उसमें मनोरंजन भी होता है, व्यंग्य भी और अपनी खोई जमीन की याद का दर्द भी. आप भी इसे महसूस करिए. पढ़िए कि लालू क्या-क्या बोले...
बकौल लालू प्रसाद, ‘प्रोटोकॉल को लेकर जस्टीफाई करना चाहते हैं, ये बताओ, ये दोनों मिलकर पहले रासलीला किया दोनों पार्टी, और आज बिहार में रामलीला हो गया. अहिरावण का भुजा उखाड़ो.
ये दोनों दस साल तक इतना घी पिया. जैसे कुत्ता को मिठाई और घी पिलाओगे तो खौरा हो जाता है, खौरा के माने अपने हेठ भर का केश उड़ने लगता है, नोचते नोचते मर जाता है, तो जब डिवोर्स हुआ, तो दोनों दल मांस के टुकड़ा के खातिर कि हम हड़प लें, आज पटना, पूरे बिहार की सड़कों पर जो दृश्य हुआ. जैसे पका मकई का बाल धुनने के लिए, लाठी से धुनाई होता है, वैसे ही आज एक दूसरे का धुनाई शुरू किया. और जेडीयू के कार्यकर्ताओं को इतना मार मारा बीजेपी वाला लोग. कि एक प्रवक्ता हैं, जो मेरे ही दल से भागकर गया था उधर, और औरो विभाग से गया, मंत्री है सड़क पर नहीं आया, मीटिंग कराया गया होगा. ये दोनों भाई को इतना मारा. हमको कोई बात बताया. ये बात हल्की हो सकती है, लेकिन इतना मार मारा बीजेपी वाला लोग कि उसको पैखाना हो गया. वो हॉस्पिटल में पटाया हुआ है. पलट नहीं रहा है कि कोई देख न ले. हमको एक वर्कर बताया है, आप लोग भी जाकर हाल खबर ले सकते हैं. शिवसेना में था ऊ पहले, चुनाव भी लड़ा था शिवसेना में सेंट्रल पटना से. बाद में पुटआया, हम लोगों को भी पुटआया था कि भइया एनओसी दे दीजिए, राम कृपाल नहीं दिया, तो ऊंहा चला गया.
आज उसको सुना, कि उसको मार मारकर पैखाना करा दिया.
ये जितना भी वायलेंस हुआ, नीतिश कुमार कल मीटिंग में, बता दें कि नीतीश जी नहीं बोला था. एमएलए एमपी की मीटिंग में बोला था कि कल आप लोग सड़कों पर उतर रोकिए उनको. मतलब यहां सरकार नहीं है, मतलब जो काम पुलिस का है, यहां पुलिस नहीं है, उसका काम है बंद करे, तो रोके, हम लोग भी करते हैंये तो उल्टे गए थे पीटने के लिए, धुना धुना के चले आए.
गए थे पूत मांगने, भातार गंवाके चले गए, देहात में कहते हैं बेटा मांगने गए थे, पति भी गंवाकर चले आए.
सीधा जिम्मेदार है नीतीश कुमार, उन्होंने कल मीटिंग में बंदर घुड़की दिखाया, सब पार्टी एमएलए को, कि अगर कॉन्फीडेंस नहीं मिला, तो हम असेंबली को भंग कर देंगे. चुनाव में जाएंगे, चुनाव मतलब टाइम आ गया. तुम लोगों में हिम्मत है तो लो न लो, मिले नहीं मिले.
हमारा दल तो कल तुम्हारे खिलाफ वोट करेगा. चूंकि परिवर्तन रैली में जब हमारा ऐलान हो गया तुम्हारा परिवर्तन करने का. तो तुमको हिम्मत है तो असेंबली भंग कर.
हम संट्रान्गली कंडेम करता है, बिहार की जनता से अपील करता है, कि आप मालिक हो, आप इसको देखिए कि ये क्या क्या कर रहा है.हमारे राज को बोलता था कि जंगल राज है. मेरे खिलाफ इतना रैली, इतना उपद्रव किया बीजेपी वाला, एक दिन भी बताआ आरजेडी वाला लड़का खदेड़कर किसी को लाठी मारा हो. तो क्या हुआ.
मैंने आरोप नहीं सच्चाई कहा था कि नीतीश कुमार और शरद यादव और लाल आडवाणी बाबरी मस्जिद की शहादत करने वाले, जड़ में है गुजरात का दंगा, मस्जिद गिराने के बाद जो सब शुरू हुआ. नीतीश और शरद आडवाणी के तोता हैं, सब आडवाणी के सिखाए पढ़ाए, आडवाणी को हम गिरफ्तार किया, दिल्ली में सरकार को गंवाया. यहां हम परवाह नहीं किया. सुना शरद यादव एक तोता, बूढ़ा तोता यहां बोला है कि ऊ गिरफ्तार करवाए थे. शरद बोला. जबकि सच्चाई है कि मुफ्ती मोहम्मद सईद साहब होम मिनिस्टर थे. शरद ने हमको फोन किया कि यहां आडवाणी प्रवेश किए बिहार में, कि तुम गिरफ्तार मत करना, इसको यहां से बस बाहर निकाल दो. बताओ तुमके डांटे थे कि नहीं हम तब शरद यादव, तुम हमेशा तिकड़म की रोटी खाए हो. हम बोलते थे कि ई सब मुद्दा पर किताब लिखेंगे, तो ये मना किया.
आज सबको मुस्लिम भाई याद आ रहा है. सब दल को मुस्लिम याद आ रहा है. सात चूहा खाकर हज करने चले.