राष्ट्रीय जनता दल की ओर से पटना के गांधी मैदान में आयोजित रैली की एक फोटो पर सवाल उठ खड़े हुए हैं. खुद आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने इस फोटो को अपने ट्विटर एकाउंट पर पोस्ट किया है. लेकिन कई यूजर्स ने इस फोटो पर सवाल उठाए हैं और इसे फर्जी बताया है. लोगों को कहना है कि इसे फोटोशॉप से तैयार किया गया है. उधर, आजतक के पास मौजूद रैली की फोटो भी इससे मैच नहीं करती है.
No "Face" will stand in front of Lalu's "Base". Come & Count as much as u can in Gandhi Maidan, Patna #DeshBachao pic.twitter.com/sXoAcpwNKw
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) August 27, 2017
ट्विटर यूजर @NareshJha3138 ने लिखा- यहां भी घोटाला कर दिया फोटोशॉप से. @roopal01 ने लिखा कि यह फोटोशॉप से बनाई तस्वीर लग रही है. क्या मैं अकेला हूं जो ऐसा सोच रहा हूं. @Himanshu2201 ने लिखा- अरे बकलोल. फोटोशॉप करना तो ठीक से सीख लो.... ये ट्विटर है पार्टी ऑफिस नहीं.. @PakauTweet ने लिखा कि फोटोशॉप तो बढ़िया से करवा लेते.
पेड़ कहां हुए गायब ?
यूजर @dd85518 ने सवाल उठाते हुए लिखा कि बीच के पेड़ किधर गायब कर दिए ?
आजतक की फोटो
इतना ही नहीं, @Atheist_Krishna नामक एक ट्विटर यूजर ने चुटकी लेते हुए ट्वीट किया कि अब लालू की फोटोशॉप टीम द्वारा बनाए गए डिप्रेशन को भरने के लिए रैली में भीड़ आसमान से टपक रही है. इस यूजर ने फोटोशॉप के जरिए बनाई गई फोटो को भी शेयर किया.
Now crowd is pouring from the sky to fill the depression formed by Lalu ji's photoshop team. #Respect. pic.twitter.com/82sNAOvprV
— PhD in Bakchodi ! (@Atheist_Krishna) August 27, 2017
जानें रैली की मुख्य बातें
लालू प्रसाद यादव की 'देश बचाओ, बीजेपी भगाओ' रैली में विपक्ष की एकता देखने को मिल रही है. लालू यादव और उनके परिवार के अलावा शरद यादव, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, गुलाम नबी आजाद, सीपीआई नेता डी राजा, कांग्रेस के हनुमंत राव, डीएमके के एलांगोवन, एनसीपी के तारिक अनवर मंच पर मौजूद हैं. मंच पर लालू ने शरद यादव को गले लगाया. अखिलेश के साथ धर्मेंद्र यादव भी मौजूद है. ममता बनर्जी लेट लेकिन रैली में पहुंची हैं.
रैली में लाखों की संख्या में लोग पहुंचे हैं. मैदान के अंदर और बाहर समर्थकों का जमावड़ा है. अखिलेश ने कहा कि मैं लालूजी को बधाई देना चाहता हूं, जिनके कारण इतना जनसैलाब यहां इकठ्ठा हुआ है. बीजेपी डिजिटल पार्टी है, अगर वो गूगल से देख रहे होंगे तो जानते होंगे कि हालात क्या है. हम देश बचाना चाहते है, क्योंकि देश इन्होंने पीछे कर दिया है. अब तो 3 साल गुजर गए. अच्छे दिन वाले न्यू इंडिया की बात करने लगे. अब तो हमें अंतर बता दो. हम पूछना चाहते है कि इससे किसानों को क्या मिला. हम ज्यादा कौन है जो भगवान को मानता है. हमें जहां कहोगे मान लेंगे भगवान कहां है. आज किसान, मजदूर, युवा परेशान है.
अखिलेश बोले कि हम जानना चाहते है कि जीएसटी और नोटबंदी से कितना भ्रष्टाचार रुका और कितने युवाओं को रोजगार मिला. जीएसटी और नोटबंदी से कितने लोग बेरोजगार हुए इस बारे में भाजपा को बताना चाहिए. बाढ़ पर अखिलेश ने कहा कि बाढ़ आई नहीं है बल्कि लाया गया है. भाजपा पर हमला तेज करते हुए अखिलेश ने कहा कि अगर बिहार की धरती भाजपा का रथ रोक सकती है ये धरती तो भाजपा को भी रोक सकती है.