देश के बड़े वकीलों में से एक राम जेठमलानी ने मंगलवार को बयान दिया था कि अगर जेटली मानहानि वाले मुद्दे पर केजरीवाल के पास मुझे देने के लिए पैसे नहीं हैं तो वह उन्हें गरीब क्लाइंट समझ लेंगे. अब इस मुद्दे पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का भी बयान आया है. लालू ने कहा कि राम जेठमलानी के पास पैसों की कमी नहीं हैं, उन्होंने हमारा केस भी फ्री में ही लड़ा था.
Theek hai unko paisa ki kya kami hai chacha ko,hamara jitna case hai hum logon se toh ek paisa nahi liya-Lalu Prasad Yadav on Ram Jethmalani pic.twitter.com/Z61ST6zC5x
— ANI (@ANI_news) April 4, 2017
जेठमलानी ने क्या कहा था?
इससे पहले जेठमलानी ने कहा था कि 'मैं सिर्फ अमीरों से पैसे लेता हूं, गरीबों के लिए मैं तो फ्री में काम करता हूं. ये सब अरुण जेटली का करा धराया है जो मेरे क्रॉस-एग्जामिनेशन से डरे हुए हैं. अगर दिल्ली सरकार या वह (केजरीवाल) पेमेंट नहीं करते हैं तो मैं उन्हें एक गरीब क्लाइंट समझूंगा.'
बीजेपी ने लगाया था आरोप
बता दें कि बीजेपी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया था कि अरुण जेटली द्वारा दर्ज कराए गए आपराधिक मानहानि केस में वे कानूनी खर्चे सरकारी खजाने से चुकाने की कोशिश कर रहे हैं.
कितना बिल केजरीवाल को भरना है?
इस संबंध में दिल्ली सरकार ने लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल को खत लि खकर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अरुण जेटली द्वारा दर्ज कराए गए मानहानि केस में कानूनी खर्चों के बिल का भुगतान कराने को कहा है. दिल्ली सरकार का एलजी को लिखा वह खत बीजेपी प्रवक्ता तेजेंद्र बग्गा ने ट्विटर पर जारी किया है, जिसमें 3.86 करोड़ रुपये के कानूनी खर्च के बिल का भुगतान कराने को कहा गया है.
क्या है मामला?
दरअसल अरविंद केजरीवाल ने अरुण जेटली पर दिल्ली और जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. जेटली साल 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष थे. उन्होंने ये ओहदा 13 साल तक संभाला था. आरोपों के खिलाफ जेटली अदालत गए और केजरीवाल के खिलाफ 10 करोड़ रुपये का मानहानि दावा किया. इसके अलावा उन्होंने पटियाला हाउस कोर्ट में इसी मामले में आपराधिक मानहानि का मामला भी दर्ज करवाया है.