दार्जिलिंग के जमीन घोटाले में शामिल सैन्य सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अवधेश प्रकाश समेत सेना के चार जनरलों के खिलाफ अगले एक दो दिनों में कार्रवाई किये जाने की उम्मीद है.
सैन्य सूत्रों ने कहा ‘‘सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर तीन लेफ्टिनेंट जनरल, एक मेजर जनरल और एक कर्नल के खिलाफ कार्रवाई को अंतिम रूप देने के करीब हैं.’’ उन्होंने कहा कि इन सैन्य अधिकारियों को पहले घोटाले में दोषी करार दिया जा चुका है जो दार्जिलिंग स्थित सुकना सैन्य स्टेशन के करीब असैन्य जमीन की बिक्री में शामिल पाये गए थे. सूत्रों ने कहा कि इस मामले में अगले एक-दो दिनों में निर्णय कर लिया जायेगा.
इस मामले की जांच के बाद सेना उपप्रमुख के पद पर लेफ्टिनेंट जनरल पी के रथ की नियुक्ति को वापस ले लिया गया था. लेफ्टिनेंट जनरल प्रकाश के अलावा रथ और 11वें कार्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रमेश हलगली, मेजर जनरल पी सेन का नाम सेना की जांच में सामने आया था. इन्होंने एक निजी रियल इस्टेट कंपनी को अनापत्ति प्रमाणपत्र दिया जिसने गलत तरीके से अजमेर स्थित मेयो कॉलेज से अपने को जोड़ा था.
हालांकि पूर्व में सेना के अधिकारियों ने इसपर आपत्ति की थी. पिछले सप्ताह ही लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश सभरवाल के तहत अनुशासन और सतर्कता शाखा ने सेना की पूर्वी क्षेत्र के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वी के सिंह की उस सिफारिश को स्वीकार किया था जिन्होंने चार जनरलों के खिलाफ अनुशासनात्मक एवं प्रशासनिक कार्रवाई करने की सिफारिश की थी.