अखिलेश यादव सरकार द्वारा 11 मार्च से इंटर पास स्टूडेंट्स को मुफ्त बांटे जाने वाले लैपटॉप का इस्तेमाल स्टूडेंट्स केवल अपनी पढ़ाई के लिए कर सकेंगे. इसका कामर्शियल इस्तेमाल या लैपटॉप को बेचना आसान नहीं होगा. सरकार ने इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं.
स्टूडेंट्स को बांटे जाने वाले हर लैपटॉप पर एक खास कोड अंकित होगा. जब स्टूडेंट्स को लैपटॉप दिया जाएगा तो यह कोड उसकी प्राप्ति रसीद व ब्यौरे में दर्ज हो जाएगा.
माध्यमिक शिक्षा विभाग अपने पोर्टल पर जिलेवार, संस्थावार स्टूडेंट्स की लिस्ट को इस कोड समेत डालेगा. इससे पता चलेगा कि किस कोड का लैपटॉप, किस जिले की किस संस्था के स्टूडेंट के पास है..
अधिकारियों का दावा है कि इस व्यवस्था से लैपटॉप के कामर्शियल इस्तेमाल पर नजर रखने में सहूलियत होगी साथ ही यह भी देखा जा सकेगा कि लैपटॉप को बेचा तो नहीं गया है. हालांकि अभी तक विभाग यह तय नहीं कर पाया है कि यदि लैपटॉप को बेचा गया या फिर इसका कामर्शियल इस्तेमाल हुआ तो स्टूडेंट को किस तरह की सजा मिलेगी.